Breaking News: कांग्रेस की बल्ले बल्ले, वल्लभनगर में कांग्रेस 20 हजार से अधिक रिकॉर्ड मतों से जीती, धरियावद में भी 18,747 से जीत

Congress's bat bat, BJP got stunned by leaders and took wrong ticket | कांग्रेस की बल्ले बल्ले, भाजपा को नेताओ की हट व गलत टिकट ले डूबा

जयपुर। भाजपा को बड़े नेताओं की हट और गलत टिकट वितरण ले डूबी। इसके चलते भाजपा धरियावद व वल्लभनगर दोनों ही सीटों पर उप चुनाव हार गई। धरियावद के बाद कांग्रेस ने वल्लभनगर में भी बड़ी बाजी मरते हुए 20,000 के अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। धारियवाद में कांग्रेस के नगराज मीणा पहले ही 18,747 मत से जीत चुके है। धरियावद में भाजपा तीसरे तो वल्लभनगर में चौथे स्थान पर रही है। वल्लभनगर में सारे अनुमान धरे रह गए हनुमान बेनीवाल की पार्टी RLP के उम्मीदवार उदयलाल दांगी दूसरे स्थान पर रहे।

धरियावद में कांग्रेस के नगराज 18,747 वोटो से विजयी घोषित किये गए है। धरियावद में भी भाजपा के बड़ी दुर्गति हुई यहां BTP के निर्दलीय थावरचंद ने 50,809 मत प्राप्त कर भाजपा के खेतसिंह को तीसरे स्थान पर धकेल दिया। खेतसिंह को 46,367 वोट मिले जबकि कांग्रेस के विजयी उम्मीदवार नगराज को 69,556 वोट मिले। वल्लभनगर में कांग्रेस जीत की ओर अग्रसर है केवल घोषणा होनी बाकि है।

भाजपा के 2023 में सरकार बनाने के सपने भी चकनाचूर हो गए। कांग्रेस की बल्ले-बल्ले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कद और बढ़ गया। इन चुनावों ने पायलट खेमे को भी गहरा झटका लगा है, क्योंकि नामांकन के बाद से पायलट खेमा दोनों ही उप चुनाव क्षेत्रो से दूर था।

धरियावद भाजपा का गढ़ माना जाता था। पिछले चुनाव में भाजपा को इस क्षेत्र से 24 हजार की लीड मिली थी, जबकि उप चुनाव में कांग्रेस ने न केवल इस बढ़त को तोड़ दिया, बल्कि यहां से भाजपा को पछाड़ बढ़त हासिल कर ली। यहीं कारण रहा कि कांग्रेस के नगराज मीणा ने पहले राउंड से बढ़त कायम की थी वह टूटी ही नहीं। लसाडिया से कांग्रेस को बढ़त के पीछे गौतम लाल मीणा के बेटे कन्हैया लाल को टिकट नहीं देना माना जा रहा हैं। भाजपा को यहां खेतसिंह मीणा को टिकट देना महंगा पड़ा। खेतसिंह नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का अनुयायी माना जाता हैं।

वल्लभनगर का जहां तक सवाल हैं। यहां बैलेट पत्रों में तो जनता सेना के रणधीरसिंह भींडर ने 20 वोटों की लीड ली थी, लेकिन बाद में वोट बंटवारे के कारण भींडर पिछड़ गए और कांग्रेस की प्रीति शक्तावत एक नंबर पर तथा आरएलपी के उदयलाल डांगी एक बार तो दूसरे नम्बर पर आ गए। भाजपा प्रत्याशी हिम्मत सिंह झाला चौथे नम्बर पर चले गए। झाला को टिकट चितौड़ सांसद सीपी जोशी ने दिलवाई थी।

सबसे मजेदार बात यह है कि पायलट खेमे के माने जाने वाले स्व.गजेंद्र सिंह की पत्नी प्रीति शक्तावत को इस बार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने टिकट दिलवाई थी। पायलट केवल नामांकन के दिन ही आये थे। पूरे चुनाव के दौरान उनके खेमे को भी दूर रखा गया था। सीएम खेमे ने ही दोनों क्षेत्रों में मोर्चा संभाल रखा था। वल्लभनगर में जहां परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास कैम्प किये हुए थे तो लसाडिया में सीएम के खास धर्मेंद्र राठौड़, अर्जुन बामनिया, रघुवीर मीणा के हाथों में चुनाव की कमान थी।

गहलोत ने जीत पर दी बधाई

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों सीट पर जीत पर कहा, को कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी की नीतियों, कार्यक्रमों एवं राज्य सरकार के सुशासन पर जनता ने मोहर लगायी है। गहलोत ने वल्लभनगर से कांग्रेस प्रत्याशी श्रीमती प्रीति शक्तावत तथा धरियावद से कांग्रेस के नगराज मीणा को विधानसभा उप चुनावों में जीत के लिये हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं भी दी साथ ही दोनों विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का आभार एवं कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को भी बधाई। कांग्रेस प्रत्याशियों को अपना आशीर्वाद एवं समर्थन देकर जनता ने हमारी सरकार को और अधिक मजबूती प्रदान की है, विकास की कड़ी से कड़ी जोड़ी है तथा एक बड़ा सन्देश दिया है।

पूनिया ने हार को स्वीकारा

उधर, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने भाजपा की हार को स्वीकारते हुए कहा कि मतदाताओं का फैसला शिरोधार्य हैं।

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