जयपुर: उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति प्रो. अमरीक सिंह की नियुक्ति के प्रयोजन में प्राप्त हुए दस्तावेजों के परीक्षण के लिए एक समिति का गठन कर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है और सरकार इस मामले में FIR भी दर्ज कराएगी। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री यादव शून्यकाल में विधायक गुलाबचंद कटारिया, फूलसिंह मीणा और रामस्वरूप लांबा द्वारा इस संबंध में रखे गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर अपना जवाब दे रहे थे।
यादव ने बताया कि कुलाधिपति, राज्यपाल सचिवालय से हाल ही में विभाग को मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति के चयन हॉट नियुक्ति के संबंध में दस्तावेज प्राप्त हुए है। इसके अनुसार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अमेरिका सिंह 20 अक्टूबर, 2007 से 1 फरबरी, 2020 तक इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, सीतापुरा रोड़, लखनऊ में नियमित प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे है।
प्रतिपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि अमरीक सिंह ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वीसी की नियुक्ति प्राप्त की है। उन्होंने यूपी टेक्निकल यूनिवर्सिटी वर्ष 2009 का प्रतिवेदन में प्रकाशित सूचना को आधार बनाते हुए कहा कि जब वह वर्ष 2007 में असिस्टेंट प्रोफेसर थे तो उन्होंने अपने आपको प्रोफेसर कैसे बता दिया। उन्होंने कहा कि फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वीसी की नियुक्ति पाई गई है इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए।