जयपुर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य को लेकर कई मांगें रखी। जिसमे सीएम गहलोत ने 3 जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की मंजूरी, बाड़मेर के पचपदरा में पेट्रोकैमिकल इन्वेस्टमेंट एरिया ,राजस्थान में पानी की कमी, यहां की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए उनका समाधान करवाने, जोधपुर में मेडिकल डिवाइस पार्क, कोटा में बल्क फॉर्मा इन्टेक्ट पार्क की जल्द मंजूरी देने, भारत सरकार और राज्य सरकार के जॉइंट वेंचर की बन्द पड़ी दवा कम्पनी आरडीपीएल की देनदारी चुकाकर फिर से शुरू करवाने की मांग रखी। जवाब में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अशोक गहलोत से दोस्ती और विश्वास का भरोसा दिलाते हुए मांगों पर जल्द ही एक्शन लेने का वादा भी किया।
बाकी 3 जिलों में भी खुलें मेडिकल कॉलेज तो इतिहास बने
मुख्यमंत्री गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बताया कि राजस्थान के 33 में से 30 में मेडिकल कॉलजे खोले जा रहे हैं। लेकिन जालोर,प्रतापगढ़ और राजसमंद जिले इस मामले में पिछड़े हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग रखी कि वे तीन बचे हुए मेडिकल कॉलेजों के बारे में फैसला करवाए, तो यह राजस्थान में इतिहास बन जाएगा। गहलोत ने कहा कि अगर यह हो जाता है तो प्रधानमंत्री जी आपको हमेशा के लिए राजस्थान में याद रखा जाएगा।
पेट्रोकैमिकल इन्वेस्टमेंट एरिया की जल्द हो स्वीकृति
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पीएम नरेंद्र मोदी से दूसरी सबसे बड़ी मांग बाड़मेर रिफाइनरी इलाके में पेट्रोकैमिकल इन्वेस्टमेंट एरिया को जल्द स्वीकृति देने की रही। सीएम गहलोत ने बताया कि राजस्थान में रिफाइनरी का शुभारम्भ पचपदरा में हुआ था। एनडीए-1 सरकार के समय में पीएम नरेन्द्र मोदी भी राजस्थान में वहां आए थे। उस रिफाइनरी का काम अभी भी जारी है। लेकिन काम कि देरी की वजह से लागत बढ़ चुकी है। पेट्रोकैमिकल कॉम्प्लेक्स भी वहां बनने जा रहा है। जो स्टूडेंट्स जयपुर के सीपैट इस्टीट्यूट से पढ़कर तैयार होंगे। आने वाले वक्त में पेट्रोकैमिकल सेक्टर बनेगा, तो रिफाइनरी के साथ उन्हें भी इसका लाभ मिलेगा। सीएम गहलोत ने पीएम से मांग रखी कि पेट्रोकैमिकल इन्वेस्टमेंट एरिया को जल्द स्वीकृति दी जाए। इससे रोजगार बढ़ेंगे और प्लास्टिक आधारित इंडस्ट्री आ सकेंगी। एरिया का विकास हो सकेगा।
जोधपुर में मेडिकल डिवाइस पार्क, कोटा में बल्क ड्रग फॉर्मा इंटेक्ट पार्क मिले
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से चौथी मांग रखते हुए कहा कि जोधपुर में मेडिकल डिवाइस पार्क और कोटा में बल्क फॉर्मा इन्टेक्ट पार्क ये दो इस्टीट्यूट राजस्थान को मिल जाएं, तो हमें केन्द्र से इनका लाभ मिलेगा।
विशेष ज्योग्राफिकल कंडीशन को देखते हुए पानी की समस्या का कराएं समाधान
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से तीसरी मांग यह रखी कि राजस्थान की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए पानी की समस्या का जल्द समाधान करें। गहलोत ने कहा आप पड़ोसी राज्य गुजरात से हैं। पानी की समस्या के हालात को समझते हैं। राजस्थान क्षेत्रफल के लिहाज से देश का सबसे बड़ा राज्य है। गांव-ढाणियां दूर-दूर फैले हुए हैं। यहां पानी,बिजली,सड़क,शिक्षा पहुंचाने और सर्विस डिलीवरी करने में दूसरे राज्यों से ज्यादा पैसा खर्च होता है। इसका समाधान निकालें।
मुख्यमंत्री गहलोत ने रखी आरडीपीएल के रिवाइवल की भी मांग
गहलोत ने पांचवीं मांग रखते हुए प्रधानमंत्री से कहा कि राजस्थान ड्रग एंड फार्मास्यूटिकल प्राइवेट लिमिटेड-आरडीपीएल जयपुर में भारत सरकार और राजस्थान सरकार की जॉइंट वेंचर की दवा बनाने वाली कम्पनी बंद पड़ी है। इसमें भारत सरकार की बकाया देनदारी चुकाने की मांग गहलोत ने रखते हुए कहा कि कोरोना के हालात के बाद अब भारत सरकार की देनदारी खत्म हो जाए और कम्पनी रिवाइव हो जाए, तो दवाईयों की ज़रूरत यहां से पूरी की जा सकती है।
आरडीपीएल कम्पनी भारत सरकार और स्टेट गवर्मेंट की जॉइंट वेंचर की दवा बनाने की कम्पनी बंद पड़ी है। कोरोना के हालात के बाद भारत सरकार की देनदारी खत्म हो जाए और कम्पनी रिवाइव हो जाए। तो दवाईयों की आवश्यकताओं की पूर्ति हो पाएगी।
अशोक जी का मुझ पर भरोसा, तभी दिल खोलकर बहुत सी बातें रखीं-प्रधानमंत्री
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से कई मांगें प्रधानमंत्री से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से रखे जाने पर प्रधानमंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने लम्बी सूची कामों की मुझे बता दी है। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूँ कि उनका मुझ पर भरोसा है। मोदी ने इशारा देते हुए कहा कि भरोसा ही लोकतंत्र में बहुत बड़ी ताकत है।