मुख्यमंत्री गहलोत ने किया ‘अक्षय ऊर्जा के नए आयाम‘‘ पुस्तक का लोकार्पण

मुख्यमंत्री गहलोत ने किया ‘अक्षय ऊर्जा के नए आयाम‘‘ पुस्तका का लोकार्पण

जयपुर: राज्य के विद्युत तापीय गृहों के लिए राज्यों को आवंटित कोयला खदानों सें दिसंबर माह में 17 दिसंबर तक 328 कोयले की रैक आई है वहीं देशव्यापी कोयला संकट के अक्टूबर माह से 17 दिसंबर तक 1355 कोयले की रैक प्राप्त हुई है। प्रदेश में कोयला खदानों से प्रतिदिन कोयले की रैक्स प्राप्त हो रही है। यह जानकारी शनिवार को जवाहर कला केन्द्र में आयोजित राज्य स्तरीय प्रदर्शनी के दौरान दी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदर्शनी के अवलोकन के दौरान ऊर्जा विभाग की स्टॉल का अवलोकन किया और अक्षय ऊर्जा के नए आयाम पुस्तिका का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री गहलोत ने ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी, एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल और चेयरमैन डिस्काम्स भास्कर ए. सावंत से कोयले की उपलब्धता, विद्युत उत्पादन और आपूर्ति और मुख्यमंत्री किसान ऊर्जा मित्र योजना सहित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने देशव्यापी विद्युत संकट के समय विभाग द्वारा किए गए समग्र प्रयासों की सराहना भी की। अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुबोध अग्रवाल ने इस अवसर पर बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समन्वय व मार्गदर्शन से ही अक्टूबर से चले आ रहे देशव्यापी कोयला संकट के बावजूद प्रदेश में कोयले की आपूर्ति बनाए रखने के प्रयासों को सफलता मिली है और लंबे अंतराल के बाद 6 दिसंबर को सर्वाधिक 25 रैक कोयले की प्राप्त हुई।

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उन्होंने बताया कि वास्तविकता तो यह है कि अगस्त माह में राज्य में तापीय विद्युत गृहों के पास कोयले का स्टॉक दो दिन से भी कम का रह गया था जो निरंतर प्रयासों से अक्टूबर के अंत तक 6 दिन का स्टॉक हुआ वहीं अब विद्युत तापीय गृहों के पास 8 से 9 दिन का स्टॉक उपलब्ध हो गया है। उन्होंने बताया कि कोयला के स्टॉक को तापीयगृहों की मांग के अनुसार भी देखना होगा और जहां सिंतबंर में 2512 मेगावाट विद्युत उत्पादन के बावजूद केवल पांच दिन का स्टॉक था वहीं अब सितंबर की तुलना में दिसंबर में 1877 मेगावाट अधिक उत्पादन सहित 4389 मेगावाट उत्पादन के बावजूद 8 से 9 दिन का कोयला स्टॉक में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री गहलोत के निर्देशानुसार कोयले की उपलब्धता के लिए ऊर्जा विभाग लगातार केन्द्र से समन्वय बनाए हुए है।

ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने बताया कि इसी साल से लागू मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना से 8 लाख 84 हजार 578 कृषि उपभोक्ता लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना से 3 लाख से अधिक कृषि उपभोक्ताओं के बिल शून्य राशि के आने लगे हैं। उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा के क्षेत्र में तो राजस्थान ने ऊंची छलांग लगाते हुए रेकार्ड 2500 मेगावाट क्षमता इसी साल अब तक स्थापित कर ली है। दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क हमारे यहां है तो नोख में दूसरे सोलर पार्क का कार्य तेजी से हो रहा है।

ऊर्जा मंत्री भाटी ने बताया कि ऊर्जा दक्षता में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित होने सहित नित नए आयाम स्थापित करना मुख्यमंत्री गहलोत के मार्गदर्शन और दिशानिर्देशों से ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि सोलर क्षेत्र में नए निवेश की दृष्टि से भी राजस्थान प्रमुख प्रदेश बन गया है। चेयरमैन डिस्कॉम्स भास्कर ए सांवत ने विद्युत क्षेत्र में नवाचारों की जानकारी दी। उन्होेने प्रदर्शनी का अवलोकन कराते हुए स्मार्ट मीटर के डेमों के माध्यम से बिलिंग व्यवस्था व अन्य उपलब्धियों की जानकारी दी। एमडी जयपुर डिस्कॉम नवीन अरोडा सहित अधिकारियों ने विभागीय गतिविधियों से अवगत कराया। इस अवसर पर लाभार्थी किसान से भी मुख्यमंत्री गहलोत ने चर्चा कर जानकारी ली। प्रदर्शनी के अवलोकन व चर्चा में मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने भी हिस्सा लिया। इस अवसर पर विद्युत निगमों और अक्षय ऊर्जा निगम के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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