जयपुर। भारतीय संस्कृति के अनुसार जन्मदिन मनाने की परंपरा को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से रविवार को गायत्री चेतना केंद्र मुरलीपुरा में गायत्री महायज्ञ आयोजित किया गया। इस अवसर पर 3 लोगों का जन्मदिन संस्कार भारतीय वैदिक परंपरा के अनुरूप गायत्री यज्ञ के साथ मनाया गया।
जिनका जन्मदिन था उन्होंने सर्वप्रथम पंचतत्व पृथ्वी, अग्नि, आकाश, जल और वायु देवता का पुष्प और अक्षत से पूजन किया। इसके बाद अपने जन्मदिन के उपलक्ष में पौधारोपण करने और प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का संकल्प किया। व्यासपीठ से अभिषेक पांडे ने कहा कि हमें अपना जन्मदिन भारतीय संस्कृति के अनुसार दीप प्रज्वलित कर ही मनाना चाहिए अपने जन्मदिन पर अंडे से बना केक काटना, गुब्बारे फोड़ना और मोमबत्ती जलाकर अंधकार करना
भारतीय संस्कृति के हिसाब से शुभ नहीं है। महापुरुषों की तरह हमें अपना और अपने परिवार जनों का जन्मदिन धूमधाम से इसी अनुरूप मनाना चाहिए। उन्होंने पंच तत्वों का आध्यात्मिक और भौतिक महत्व समझाते हुए कहा कि व्यक्ति का शरीर पंच तत्वों से बना हुआ है। भगवान सहाय ने जन्मदिन की बधाई के प्रज्ञा गीत सुनाए। प्रारंभ में वेदमाता मां गायत्री और गुरु सत्ता का षोडशोपचार पूजन किया गया। उपस्थित श्रद्धालुओं ने विश्व कल्याण की कामना के साथ यज्ञ भगवान को गायत्री एवं महामृत्युंजय मंत्र के साथ आहुतियां अर्पित की।
महामंडलेश्वर पुरुषोत्तम भारती के सानिध्य में आयोजित महायज्ञ में जयपुर मैराथन के सीओ मुकेश मिश्रा, सर्व ब्राह्मण महासभा विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट कमलेश शर्मा, विप्र फाउंडेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य तरुण भारती, सीताराम शर्मा, गोपाल पारीक, पुष्पा पारीक, जयप्रकाश शर्मा, महेंद्र सेन सहित अनेक लोग उपस्थित थे। सहित अनेक विशिष्ट गण जन उपस्थित थे।