जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि मालपुरा वो कस्बा है, जहां बहुसंख्यक लोग बहुत शांति से सब लोगों का सम्मान करते हुए रहते हैं, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से अनेकों बार वहां दंगे हुए और सांप्रदायिक तौर पर वहां अशांति के मामले भी सामने आये।
अब जानकारी मिली है कि मालपुरा क्षेत्र में लगभग 300 परिवारों को पलायन करने के लिए मजबूर होना पड़ा और डर के माहौल में जीवनयापन कर रहे परिवारों को अपने घर के बाहर पोस्टर भी चस्पा करने पड़े।
पूनियां ने भाजपा मुख्यालय पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस मामले पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिये, जिससे बहुसंख्यक लोग शांति से रह सके। मालपुरा के लोगों को न्याय व सुरक्षित माहौल मिले, यह मुख्यमंत्री व गृहमंत्री गहलोत को सुनिश्चित करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में यह पहला घटनाक्रम नहीं है, बल्कि मेवात क्षेत्र में तो यह काम बड़े पैमाने पर होता है। वहां ना तो मंदिर सुरक्षित हैं, ना खेत की जमीन और बस्तियां सुरक्षित हैं।
यहाँ ज्ञात रहे कि मालपुरा को साम्प्रदायिक दृष्टि से संवेदनशील इलाका माना जाता है। कई बार वहाँ इसी वजह से तनाव की स्थिति पैदा हुई है जिसमें 50 लोगों की जान भी गई। बताया जाता है कि सबसे बड़ा साम्प्रदायिक झगड़ा 1992 में हुआ था। दोनों पक्षों के 25 लोगों की मौत हुई थी, उसके बाद साल 2000 भी 13 लोग इन्हीं सबके चलते मरे थे।