जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव अगले साल होने वाले हैं। उससे पहले ही भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 20 और 21 मई को राजस्थान की राजधानी जयपुर में राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक रखी है। इसी माह 13 से 15 मई तक उदयपुर में कांग्रेस भी चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का राजस्थान दौरा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कारगर साबित हो सकता है। बैठक में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जोर-शोर से चर्चा भी होगी।
कांग्रेस पार्टी को हाल ही पंजाब चुनाव में ‘आप’ से बड़ी हार मिलने के साथ ही कांग्रेस देश के केवल 2 ही राज्यों राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बची हैं। इन दोनों राज्यों में अगले साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिनमें कांग्रेस को देश के नक्शे से गायब करने की प्लानिंग बीजेपी पार्टी कर रही है। अगर वह इसमें कामयाब होती है, तो यह देश के इतिहास में पहली बार होगा। जब 6 दशकों तक कश्मीर से कन्याकुमारी और गांधीनगर से गुवाहाटी तक राज कर चुकी कांग्रेस का भारत के चुनावी नक्शे से सफाया हो जाएगा।
मीडिया सूत्रों की माने तो जयपुर में बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बड़ी बैठक होने वाली है। जिसमे राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत राष्ट्रीय पदाधिकारी, प्रदेशों के प्रभारी, सह-प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश संगठन महासचिव व्यक्तिगत रूप से जयपुर आएंगे। जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वर्चुअल वीडियो कांफ्रेंस के रूप में हिस्सा ले सकते है। 20 और 21 मई को एक 5 सितारा होटल में सुबह 10 से देर शाम तक बैठकों का दौर चलेगा।
इस साल गुजरात और हिमाचल में विधानसभा चुनाव होने है। अगले साल 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं। इनमें राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, त्रिपुरा, मेघालय, तेलंगाना, नागालैंड और मिजोरम शामिल हैं। सभी राज्यों में अभी से वोट बैंक साधने के तहत अलग-अलग प्रदेशों के नेताओं के दौरे शुरु हो गए हैं। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार होने के कारण इन पर बीजेपी पार्टी का ज्यादा फोकस है।