जयपुर: जयपुर नगर निगम हेरिटेज का विवादों से पुराना नाता है। हेरिटेज नगर निगम में अतिरिक्त आयुक्त राजेंद्र वर्मा के खिलाफ कांग्रेस की ही महापौर के साथ ही उनके समर्थक पार्षदों ने इस्तीफे दिए हैं और 6 दिनों से धरने पर बैठे हैं। इस मामले में मेयर और कैबिनेट मंत्री आमने-सामने हो गए। मेयर मुनेश गुर्जर जहां वर्मा को निलंबित करने की मांग कर रही है, वहीं खाद्य मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास एडिशनल कमिश्नर का समर्थन करते नजर आए। इस मामले में महापौर मुनेश गुर्जर को धरने पर बैठे पार्षदों समेत कांग्रेस के वार रूम में तलब किया गया। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी रंधावा ने भी महापौर समेत सभी पार्षदों को दो टूक कह दिया है कि पहले वह अपना धरना वापस लें उसके बाद ही किसी तरीके की कार्रवाई की जाएगी।
प्रभारी रंधावा से मीटिंग के बाद खाचरियावास ने कहा कि धरना हुआ है, लेकिन इसको लेकर मेरे से कोई इजाजत नहीं ली गई। न ही इस मुद्दे पर मेरे से कोई भी पार्षद मिला है। खाचरियावास ने धरना दे रहे पार्षदों के विपरीत एडिशनल कमिश्नर राजेंद्र वर्मा के समर्थन में बयान दिया। उन्होंने कहा कि पार्षदों को लेकर किसी अधिकारी का कोई वीडियो सामने नहीं आया। दलित के सम्मान के लिए हम सब खड़े हैं। हमने उनको भरोसा दिया है। निगम में अधिकारी के खिलाफ कोई वीडियो नहीं है।
पीएचईडी मंत्री महेश जोशी ने कहा कि प्रभारी रंधावा ने बुलाया , इसलिए हम सब यहां पहुंचे थे। उनका जो भी आदेश होगा, वह पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं को मंजूर है। मेयर ने बताया कि प्रदेश प्रभारी ने वादा किया है कि अगले 2 दिन में वर्मा की जांच कर उस पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में हमने 2 दिन की जगह अगले 10 दिन धरना स्थगित करने का फैसला किया है।