जयपुर में हीदा की मोरी क्षेत्र में नलों से दुषित पानी आने की समस्या हुई दूर

demo 1492879990

जयपुर। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) ने जयपुर शहर में सूरजपोल रोड़ पर हीदा की मोरी क्षेत्र के कुछ घरों में पेयजल सम्बंधी शिकायत के सम्बंध में त्वरित कार्रवाई कर प्रभावित उपभोक्ताओं की समस्या का समाधान कर दिया है। जलदाय मंत्री डॉ. महेश जोशी के निर्देश पर पीएचईडी के नगर खण्ड द्वितीय (उत्तर) की टीम ने क्षेत्र के लोगों की समस्या के सम्बंध संवेदनशीलता के साथ एक्शन लेकर प्रभावित लोगों को राहत प्रदान की है।

पीएचईडी के नगर खण्ड द्वितीय (उत्तर) के अधिकारियों ने बताया कि सूरज पोल रोड़ पर कुछ उपभोक्ताओं के घरों में गत गुरुवार (17 फरवरी) दूषित पानी की सप्लाई की शिकायत मिलने पर उसी दिन कनिष्ठ अभियंता एवं सहायक अभियंता की टीम द्वारा मौका मुआयना किया और फॉल्ट को चिह्नीत करने के लिए मुख्य सड़क पर गड्ढे खोदकर पाइपालाइन की जांच की गई। इसके बाद आपूर्ति के अंतिम छोर पर पाइपलाइन को वॉश आऊट के बाद कैप कर दिया गया। अगले दिन शुक्रवार (18 फरवरी) को सायं 3 से 4 बजे तक सप्लाई की समयावधि में अधिशासी अभियंता के साथ इस टीम ने सूरजपोल मैन रोड़ पर स्थानीय घरों में पानी की सप्लाई को चैक किया। इस दौरान सप्लाई संतोषप्रद पाई गई। पानी में अवशेष क्लोरीन की मात्रा भी सही पाई गई। बाद में पाइपलाइन को कैप किए स्थान से ऊपर की तरफ गांधी सर्किल के पास शुक्रवार (18 फरवरी) को रात्रि में 10 बजे (दिन में इस स्थान पर यातायात दबाव अधिक होने के कारण) गड्ढा खोदकर जांच की गई। इस दौरान टूटे हुए बेंड को रिपेयर कर कैप की गई लाइन को वापस जोड़ दिया गया। अगले दिन शनिवार (19 फरवरी) को पुनः अधिकारियों द्वारा जांच में पेयजल सप्लाई संतोषप्रद पाई गई। रविवार को भी पीएचईडी की टीम ने फिर सप्लाई की जांच की, इसमें पानी में अवशेष क्लोरिन की मात्रा सही पाई गई। पाइपलाइन को ठीक करने के सम्बंध में की गई कार्यवाही के दौरान क्षेत्र के प्रभावित उपभोक्ताओं को टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति कर राहत प्रदान की गई।

जलदाय मंत्री डॉ. जोशी की ओर से प्रकरण में पूर्ण एहतियात बरतने के निर्देश पर विभागीय अधिकारियों ने सोमवार को केमिस्ट की टीम को साथ लेकर एक बार फिर इस क्षेत्र में पेयजल सप्लाई के समय (दोपहर बाद 3 से 4 बजे के मध्य) दौरा किया। इस दौरान प्रभावित उपभोक्ताओं के यहां पुनः पेयजल सप्लाई की जांच की गई। केमिस्ट टीम की जांच में पेयजल में अवशेष क्लोरीन निर्धारित मात्रा में मिली और सप्लाई संतोषप्रद पाई गई। हीदा की मोरी क्षेत्र के उपभोक्ता पीएचईडी की इस त्वरित कार्यवाही से पूरी तरह संतुष्ट हैं। स्थानीय निवासियों ने सोमवार को स्वच्छ पेयजल आपूर्ति के बारे में विभाग को लिखित में भी इसकी पुष्टि की है।

जलदाय मंत्री ने अतिरिक्त मुख्य अभियंता (जयपुर शहर) को निर्देश दिए है कि जयपुर जिले में दूषित पानी की कोई भी शिकायत आए तो अविलम्ब समुचित कार्रवाई करे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *