जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम व पीएचईडी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में 15 मई से अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण के खिलाफ चल रहे संयुक्त जांच अभियान में 1100 से अधिक कार्यवाही कर दस करोड़ से अधिक जुर्माना राशि राजकोष में वसूली जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि जुर्माना वसूली राशि में जयपुर, झालावाड़, बूंदी का आंकड़ा एक-एक करोड़ को छूने में हैं। एसीएस माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने प्रगति समीक्षा के बाद बताया कि जिला कलक्टर द्वारा माइंस, रेवेन्यू, परिवहन, वन और पुलिस विभाग की टीम द्वारा अवैध खनन, परिवहन और भण्डारण के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।
प्रदेश में अब तक 131 एफआईआर पुलिस में दर्ज करवाई जा चुकी हैं जिसमें से सर्वाधिक 56 एफआईआर भीलवाड़ा में दर्ज हुई है। बाड़मेर में 15, अलवर में 13, धौलपुर में 10 व शेष अन्य स्थानों पर दर्ज हुई है। जुुर्माना अदा नहीं करने वाले 1026 वाहन/मशीनरी आदि संबंधित थानों में जब्त है जिसमें सर्वाधिक 111 वाहन-मशीनरी जयपुर व भीलवाड़ा में 101, अजमेर में 67, जोधपुर में 55, नागौर में 52 व शेष अन्य स्थानों पर वाहन-मशीनरी जब्त है। जब्त शुदा खनिजों में प्रमुख रुप से बजरी के साथ ही मेसेनरी स्टोन, फेल्सपार, क्रेशर डस्ट, चाईनाक्ले, सिलिका सैंड, लाईम स्टोन, बेन्टोनाईट, क्रेशर ग्रिट आदि करीब 1588 टन खनिज मौके पर जब्त है।
जयपुर में 85 लाख 74 हजार 556 रु. झालवाड़ में 85 लाख 73 हजार 920 रु. बूंदी में 83 लाख 73 हजार 449 रु., पाली में 76 लाख 61 हजार 229 रु., अजमेर में 49 लाख 48 हजार 149 रु. व शेष राशि अन्य स्थानों पर वसूल की गई है। जयपुर वृत के जयपुर, अलवर, टोंक, सीकर, झुन्झुनू और दौसा में करीब दो करोड़ रु. का जुर्माना वसूला जा चुका है। निदेशक माइंस केबी पण्डया ने बताया कि राज्य में संयुक्त जांच अभियान प्रगति पर है और इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त हो रहे है। अभियान प्रभारी अतिरिक्त निदेशक नरेन्द्र कोठ्यारी को बनाया गया है और कोठ्यारी द्वारा नियमित मोनेटरिंग की जा रही है।
संयुक्त जांच अभियान में जयपुर में अतिरिक्त निदेशक बीएस सोढ़ा के साथ ही एसएमई श्री प्रताप मीणा, एमई कृष्ण शर्मा, भीलवाड़ा में अरविन्द नन्दवाना और जिनेश हुमड,उदयपुर में अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर व उनकी टीम, जोधपुर व अजमेर में जय गुरुबख्सानी एमएमई जोधपुर धमेन्द्र लुहार, एमई प्रवीण अग्रवाल, जोधपुर वृत में ही भगवान सिंह भाटी, कोटा वृत में महावीर प्रसाद मीणा, अविनाश कुलदीप व उनकी टीम, सलूंबर में दिलीप सुथार और बीकानेर की टीम द्वारा उल्लेखनीय कार्य किया जा रहा है।