जयपुर। कोरोना महामारी में दिवंगत हुए लोगों की आत्म शांति, वायरस से दूषित हुए वातावरण के शुद्धिकरण, सबकी सद्बुद्धि और कल्याण की भावना के साथ अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से विश्व स्तरीय गृहे-गृहे यज्ञ अभियान के अन्तर्गत बुद्ध पूर्णिमा, 26 मई को सुबह 9 से 11 बजे के बीच देश-विदेश में एक ही समय एक साथ घर-घर में गायत्री यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इसकी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
गायत्री शक्तिपीठ और चेतना केन्द्रों में यज्ञशाला की साफ-सफाई और काष्ठ पात्र-पंच पात्र की धुलाई की जा रही है। अखिल विश्व गायत्री परिवार राजस्थान जोन के प्रभारी जयसिंह यादव ने बताया कि राजस्थान में एक लाख घरों में यज्ञ करने का लक्ष्य रखा गया हैं। यह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड पर होगा। ऑनलाइन हवन जूम एप के माध्यम से संपन्न होगा। इसका लिंक मंगलवार शाम को ही भेज दिया जाएगा। यज्ञ से जुड़ी सभी जानकारियां व्हाटसप के माध्यम से दी जा रही है।
गायत्री परिवार के अन्तराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिकुंज हरिद्वार से यज्ञ का संचालन किया जाएगा। यज्ञ के दौरान देव संस्कृति विश्व विद्यालय के उप कुलपति डॉ. प्रणव पंड्या विशेष उद्बोधन देंगे। यज्ञ में गायत्री, महामृत्युंजय मंत्र के अलावा कोरोना निवारण के लिए वेदों के विशिष्ट मंत्रों से भी आहुतियां अर्पित की जाएंगी। यज्ञ की दक्षिणा के रूप में सभी को वर्षा ऋतु में अधिकाधिक पौधे लगाने और वर्षा जल के संरक्षण का संकल्प दिलाया जाएगा।
हवन सामग्री नहीं तो घी से अर्पित करें आहुतियां
विश्वव्यापी संकट निवारण, दिवंगतों की आत्म शांति, पीडि़तों के पीड़ा निवारण एवं कोरोना वॉरियर्स की अमूल्य सेवाओं के प्रति आभार व्यक्त करने लिए हो रहे इस सामूहिक अनुष्ठान में कोई भी व्यक्ति शामिल हो सकता है। यज्ञ पूरी तरह निशुल्क है। जिसके पास विशिष्ट हवन सामग्री नहीं हैं वे देसी गाय के गोबर के कंडे पर कपूर से अग्नि प्रज्जवलित कर देसी गाय के घी और घर में उपलब्ध हवन में उपयोगी सामग्री से आहुतियां अर्पित करें।