जयपुर। सीकर रोड से गुजर रही पदयात्राओं में शामिल श्रद्धालुओं की सेवा के लिए जगह-जगह भंडारे लगाए गए हैं। ढेहर का बालाजी से हरमाड़ा तक पचास से अधिक भंडारों में खाने और नाश्ते की व्यवस्था की गई। विभिन्न संस्थाओं की ओर से लगाए गए भंडारों में गायत्री परिवार की ओर से उतना ही लो थाली व्यर्थ न जाए नाली में… की अपील करते हुए फलेक्स और तख्तियां लगाई गई। गायत्री चेतना केन्द्र मुरलीपुरा और हरि ओम जन सेवा समिति के पदाधिकारी पदयात्रियों से भोजन और नाश्ते में जूठन नहीं छोडऩे की अपील करते नजर आए।
हरि ओम जन सेवा समिति के अध्यक्ष पकंज गोयल ने बताया कि इस अपील का पदयात्रियों पर अच्छा असर पड़ा। गायत्री परिवार जयपुर के समन्वयक ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि गायत्री परिवार की ओर से कुरीतियों को दूर करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जूठन छोडऩा भी एक सामाजिक कुरीति है। इसे खत्म करना जरूरी है। क्योंकि अन्न धरती माता छाती चीर कर पैदा करती है। यह अभियान शादियों और सामाजिक आयोजनों में भी जारी है।