जयपुर: दौसा की डॉ. अर्चना शर्मा सुसाइड केस में पुलिस ने मुख्य आरोपी शिवशंकर जोशी उर्फ बल्या जोशी को जयपुर में गिरफ्तार कर लिया है। बल्या जोशी के खिलाफ 29 मार्च को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज हुआ था। शिव शंकर बल्या पर दौसा पुलिस ने इनाम भी घोषित कर रखा था। बल्या जोशी ने जयपुर में सरेंडर किया है। अब उसे जयपुर से लालसोट लाया गया है। इस पूरे मामले की पुष्टि SP राजकुमार गुप्ता ने की है। इससे पहले बल्या जोशी ने हाईकोर्ट में याचिका लगाकर निष्पक्ष जांच की मांग की थी। इस मामले पुलिस अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। दौसा पुलिस ने कुछ दिन पहले ही इस मामले में बीजेपी नेता हरकेश मटलाना को गिरफ्तार किया था। हरकेश मटलाना दौसा बीजेपी का उपाध्यक्ष है। सरकार ने इस मामले की गम्भीरता को देखते हुए एसपी दौसा को जिले से हटा दिया। साथ ही एसएचओ और सीओ को सस्पेंड कर दिया था।
आरोपी ने कहा- वह निर्दोष
बल्या ने जयपुर में गिरफ्तार होने के दौरान कहा कि वह बेगुनाह है। उसे इस मामले में फंसाया जा रहा है। धरने पर वह 6 घंटे लेट पहुंचा था। पुलिस ने दबाव में एफआईआर में उसका नाम लिखा है। इस पूरी घटना से उसका कोई लेना देना नहीं है। परिवार में विवाद के चलते डॉक्टर अर्चना शर्मा ने ये कदम उठाया है।
दरअसल, आनंद हॉस्पिटल में लालसोट क्षेत्र की प्रसूता आशा बैरवा की मौत के बाद पुलिस ने डॉक्टर दंपती के खिलाफ धारा 302 में केस दर्ज किया था। । एक महीने पहले डिलीवरी के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने हत्या का मामला दर्ज कराया। इसके बाद डॉक्टर्स के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने भाजपा नेता जितेंद्र गोठवाल,भाजपा जिला उपाध्यक्ष हरकेश मीणा,एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश पदाधिकारी हरकेश शाहपुरा समेत सात आरोपी को गिरफ्तार किया था जो फ़िलहाल अभी जेल में है। जिसमें शिवशंकर जोशी को मुख्य आरोपी बनाया गया था।