डोटासरा की फिर जुबान फिसली, प्रमोद जैन भाया-आंजना को बताया केंद्रीय मंत्री

डोटासरा

जयपुर। शिक्षा मंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की जुबान फिसलने का सिलसिला जारी है। वल्लभनगर और धरियावद उपचुनावों क्षेत्र में तो वे इसके चलते हंसी और मज़ाक के पात्र बनकर रह गए हैं। डोटासरा का एक ताजा वीडियो और सामने आया है जिसमे वे पत्रकारों से बातचीत करते हुए पास बैठे प्रताप सिंह खाचरियावास की तरफ हाथ का इशारा करते हुए कह रहे है कि प्रमोद जैन भाया व आंजना जो केंद्रीय मंत्री हैं वे आये हुए हैं। भाजपा में 7 बार के विधायक रहे राजेन्द्र राठौड़ को अदना सा पद उपनेता का मिला हुआ है।

महात्मा गांधी और संवारकर को लेकर भी डोटासरा की जुबान फिसली ही थी उसके चलते वे पहले से सुर्खियों में हैं। लोग देखो राजस्थान के शिक्षा मंत्री का ज्ञान कहकर मज़ाक उड़ा रहे हैं। इन दिनों डोटासरा का पिता के मरने पर महिला के विधवा होने का पुराना वीडियो भी काफी वायरल हो रहा है। इन वीडियो के कारण वे सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। ​पिछले कुछ दिनो से तो डोटासरा रोज ही ट्रोल हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर डोटासरा के पुराने विवादों से जुड़े मीम्स भी देखे जा सकते हैं। यूजर्स जमकर शिक्षा मंत्री की खिंचाई कर रहे हैंं। नौकरियों का इंतजार कर रहे बेरोजगार युवाओं ने सोशल मीडिया पर डोटासरा के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है।

हाल ही उदयपुर दौरे के समय डोटासरा ने महात्मा गांधी के साउथ अफ्रीका से भारत आने का सन् 2015 बता दिया था। बाद में इसे सुधारा भी, लेकिन इस मामले में डोटासरा ट्रोल हो गए। इसके बाद नकल को लेकर विश्नोई समाज पर की गई टिप्पणी पर कई यूजर्स ने आपत्ति जताते हुए ट्रोल करना शुरू किया तो माफी मांग ली। अब पुराने विवाद फिर से ताजा होने लगे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स ने डोटासरा पर तरह-तरह के मीम बनाना शुरू कर दिया है। जिसमें रीट नकल से लेकर भर्तियों पर लगी रोक तक का मजाक बनाया गया है। गांधी को साउथ अफ्रीका से भारत लौटने का साल गलत बताने पर रोचक मीम्स बने हैं, जिनमें डोटासरा को गांधीजी का स्वागत करते हुए दिखाया गया है।

डोटासरा की फिर जुबान फिसली, प्रमोद जैन भाया -आंजना को बताया केंद्रीय मंत्री

एक के बाद एक विवाद

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के साथ पिछले 7 महीने में ही 7 से ज्यादा विवाद जुड़ गए हैं। इस साल मार्च-अप्रैल में उनके सीकर के घर पर कुछ स्कूल व्याख्याता ज्ञापन देने आए थे। डोटासरा ने उन्हें फटकारते हुए कहा था कि मेरे घर को नाथी का बाड़ा समझ रखा है क्या? बिना टाइम लिए स्कूल समय में ज्ञापन देने कैसे आ गए। इस विवाद पर भी खूब मीम्स बने। रीट में नकल और दूसरी भ​र्ती परीक्षाओं में देरी पर भी डोटासरा निशाने पर हैं। बेरोजगार युवाओं ने भी सोशल मीडिया पर डोटासरा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। डोटासरा को ट्रेंड करवाने के साथ खूब ट्रोल करवाया जा रहा है।
अगस्त में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में डोटासरा ने कहा था- आजादी से पहले सावरकरजी हिंदू राष्ट्र की बात करते थे, तो कोई गुनाह नहीं करते थे। उस समय हमारा देश गुलाम था, संविधान नहीं बना था। बाद में इस पर सफाई दी, लेकिन विवाद हो चुका था।

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हाल में महिला शिक्षकों पर डोटासरा ने 11 अक्टूबर को विवादित टिप्पणी की ही थी। डोटासरा ने कहा था- जिस स्कूल में महिला टीचर्स की संख्या ज्यादा है, वहां झगड़े भी ज्यादा होते हैं। हेडमास्टर और प्रिंसिपल को सेरिडोन टैबलेट लेना पड़ता है। कभी जल्दी आने का झगड़ा तो कभी लेट आने का झगड़ा। ये छोटी-मोटी जो चीजें हैं। यदि आप इसको ठीक कर लेंगे तो हमेशा ही आप पुरुषों से इक्कीस रहेंगी।’

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मैं चार पांच दिन का मेहमान

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में रिजल्ट जारी करने के बाद डोटासरा ने बोर्ड अध्यक्ष से कहा था कि मैं अब चार पांच दिन का मेहमान हूं, जो करवाना है करवा लीजिए। फाइलें लेकर आ जाइए। डोटासरा का पिछले दिनों वीडियो सामने आया था। जिसमें सचिन पायलट का नाम लिए बिना नेताओं के जन्मदिन पर उमड़ने वाली भीड़ का जिक्र करते हुए मैरिज गार्डन वालों को परमिशन देने की बात कर रहे थे। इस वीडियो पर भी विवाद हुआ था।

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