जयपुर : कोरोना ने आज पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। प्रदेश में एक ही दिन में 9488 केस आये है, इसमें जयपुर में 3659 कोरोना संक्रमित के मामले शामिल है। जयपुर ओर पूरे राजस्थान में इस बड़े ब्लास्ट ने सरकार की चिंता को ओर बढ़ा दिया है। कोरोना के बढ़ते मामलो के बीच घटती रिकवरी रेट भी चिंता का विषय बन गई है। मुख्यमंत्री के कार्यालय CMO में 43 कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए है। इससे पहले मुख्यमंत्री निवास में भी 28 कर्मी पॉजिटिव मिले थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनकी धर्मपत्नी सुनीता गहलोत और पुत्र वैभव गहलोत पहले से ही संक्रमण की चपेट में है। कोरोना ने अब ग्रामीण इलाको में भी पैर पसारना शुरू कर दिया है। जयपुर जिले के चाकसू क्षेत्र की एक स्कूल में 19 बच्चे संक्रमित पाए गए है। इस स्कूल को ग्रामीण क्षेत्र में होने के कारण बंद नहीं किया गया था।
प्रदेश में जालोर और करोली दो जिलों को छोड़कर बाकि 31 जिलों में कोरोना तेजी से फ़ैल रहा है। एनसीआर में शामिल होने के कारण अलवर में जयपुर के बाद सबसे अधिक 755 संक्रमित मिले है। पिछले 24 घण्टे में तीन लोगो की मौत भी हुई है। इनमे जयपुर में दो और सीकर में एक मौत हुई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार प्रदेश के जिन क्षेत्रों में संक्रमित के जयपुर व अलवर के बाद सबसे अधिक मामले है उनमे जोधपुर में 591, बीकानेर में 495, उदयपुर में 423, कोटा में 406, भरतपुर में 364, बाड़मेर में 319, अजमेर में 287, सीकर में 254 लोग संक्रमित मिले।
एसडीएम चाकसू गोर्धन शर्मा ने बताया कि स्कूल एतियातन तौर पर बंद कर दिया है। सभी बच्चों को होम आइसोलेट कर दिया है। लगभग 45 बच्चों की टेस्टिंग करवाई गई थी, जिसमें से 19 बच्चों की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। ये सभी बच्चे 9वीं से 10 की कक्षा में पढ़ने वाले बताए जा रहे हैं।
भरतपुर चौथा जिला जो रेड जोन में हुआ शामिल
राजस्थान के 33 में से 4 ऐसे जिले हैं, जो रेड जोन में आ रहे हैं। यहां संक्रमण की औसत साप्ताहिक दर 10 फीसदी से ज्यादा है, जो प्रशासन के लिए चिंता का कारण बन गई। मंगलवार को भरतपुर चौथा ऐसा जिला हो गया है, जो रेड जोन में शामिल हो गया। इससे पहले जयपुर, जोधपुर और बीकानेर ही इस लिस्ट में आ रहे थे। संक्रमण की यही रफ्तार रही तो कोटा एक-दो दिन में इस सूची में शामिल हो जाएगा।