जयपुर : माइंस, पेट्रोलियम एवं उर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा कि राज्य की विद्युत कंपनियों के बीच बेहतर तालमेल और समन्वय बनाते हुए विद्युत क्षेत्र से जुड़ी दीर्घकालीन व तात्कालीक अवरोधों के समाधान के लिए रोडमेप बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति के साथ ही फसल के समय किसानों और औद्योगिक उत्पादन बढ़ानें के लिए प्रतिष्ठानों के लिए विद्युत की उपलब्धता बनाए रखना हमारा सामूहिक दायित्व है ताकि प्रदेष में विकास की रफ्तार को और तेज किया जा सके।
एसीएस उर्जा डॉ. अग्रवाल सोमवार को विद्युत भवन में सीएमडी आरयूपीएन भास्कर ए. सावंत के साथ डिस्काम, विद्युत प्रसारण और उत्पादन निगमों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें राज्य में बिजली की मांग, उपलब्धता और आपूर्ति की सूक्ष्म मोनेटरिंग करनी होगी। इसके साथ ही बिजली की उपलब्धता बनाए रखने के लिए देश की विद्युत उत्पादक संस्थाओं में बिजली की उपलब्धता के साथ ही लागत को ध्यान में रखना होगा ताकि बिजली की निर्बाध आपूर्ति के साथ ही विद्युत खरीद लागत को भी बैलेंस किया जा सके। उन्होंने कहा कि हमारे प्रयास यह होने चाहिए कि लागत कम हो, छीजत पर कारगर रोक लग सके और विद्युत निगमों के अनावश्यक खर्चों को कम किया जा सके।
कार्यप्रणाली की प्रजेंटेशन के माध्यम से समीक्षा
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि हमें पिछले माह बिजली आपूर्ति में आई बाधा जैसी स्थितियों की पुनरावृति को रोकना होगा। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार की इस क्षेत्र से संबंधित योजनाओं की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बारी-बारी से सभी संस्थाओं की कार्यप्रणाली की प्रजेंटेशन के माध्यम से समीक्षा की जाएगी। उन्होंने केन्द्र व राज्य सरकार स्तर पर विचाराधीन प्रकरणों की जानकारी ली और प्रस्ताव बनाकर भिजवाने के निर्देश दिए। आरयूपीएनएल के सीएमडी भास्कर ए. सावंत ने बताया कि उपभोक्ताओं की सेवा के लिए जयपुर डिस्काम ने बिजली मित्र एवं और वेब पोर्टल की सुविधा आरंभ की है। उन्होंने बताया कि प्रशासन गांवों के संग अभियान में विभाग के अधिकारी शिविरों में उपस्थित रहकर समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। सीएमडी सांवत ने विस्तार से गतिविधियों की जानकारी दी और ज्वलंत बिन्दुओं से अवगत कराया।
बैठक में संयुक्त सचिव उर्जा आलोक रंजन, प्रबंध संचालक जयपुर डिस्काम नवीन अरोड़ा, प्रबंध संचालक राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम आरके शर्मा के साथ ही डिस्कॉम, प्रसारण निगम, उत्पादन निगम और उर्जा निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।