जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ईद-उल-अजहा के मौके पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद दी है। गहलोत ने कहा कि ईद-उल-अजहा का यह त्यौहार हमें नेक नीयत के साथ समाज के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहने की प्रेरणा देता है। कुर्बानी का यह दिन त्याग और बलिदान की भावना को मजबूत करता है।
मुख्यमंत्री ने सभी मुस्लिम धर्मावलम्बियों से अपील की है कि वे कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग रखें एवं समस्त कोविड प्रोटोकॉल की पालना के साथ त्यौहार मनाएं।
ईद-उल-अजहा के मौके पर मुबारकबाद। यह त्यौहार हमें नेक नीयत के साथ समाज के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहने की प्रेरणा देता है।
सभी मुस्लिम धर्मावलम्बियों से अपील है कि कोविड-19 को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग रखें एवं कोविड प्रोटोकॉल की पालना के साथ ईद मनाएं।— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 21, 2021
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी ईद-उल-अजहा के मौके पर प्रदेशवासियों को मुबारकबाद दी है। पायलट के कहा कि आप सभी को ईद-उल-जुहा की मुबारकबाद। इस मुबारक मौके पर मैं देश एवं प्रदेश के अमन-चैन, तरक्की एवं खुशहाली की दुआ करता हूँ।
आप सभी को ईद-उल-जुहा की मुबारकबाद।
इस मुबारक मौके पर मैं देश एवं प्रदेश के अमन-चैन, तरक्की एवं खुशहाली की दुआ करता हूँ। pic.twitter.com/FFdtXwhsQ5— Sachin Pilot (@SachinPilot) July 21, 2021
मुस्लिम समाज के ईद उल अजहा के पर्व पर राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह और शहर को समस्त ईदगाह पर पुलिस का कड़ा पहरा मौजूद रहा क्योंकि कोरोना के प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार ने सामूहिक नमाज पर रोक लगाई थी। वहीं ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर ईद के मौके पर खुले जन्नती दरावजे से जायरीनों ने जियारत की। बता दें कि कोरोना के चलते लगातार 2 साल से ईद के मौके पर सामूहिक नमाज अदा नही की गई।
जन्नती दरवाजा रस्मों के साथ खोला गया
धार्मिक नगरी अजमेर में आज ईद उल अजहा के पावन पर्व पर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर स्थित जन्नती दरवाजा रस्मों के साथ खोला गया। यह दरवाजा साल में 4 बार ही खोला जाता है। आज ईद के मौके पर करों को देखते हुर्त सामूहिक नमाज पर पाबंदी है, लेकिन 2 साल बाद आज ईद उल अजहा के पर्व पर आम जायरीनों को जन्नती दरवाजे से जियारत का मौका मिला है। यह दरवाजा साल में ख्वाजा साहब के उर्स, दोनों ईद और मोहरम्म पर खोला जाता है। कहा जाता है कि इस जन्नती दरवाजे से जो भी गुजरता है उसे जन्नत मिलती है।
लोगों ने घरों में ही की नमाज अदा
आपको बता दें कि प्रदेशभर सहित राजधानी जयपुर में भी कोरोना संक्रमण के चलते जामा मस्जिद, ईदगाह में सामूहिक नमाज अदा नहीं की गई, यहां चार से पांच लोगों की मौजूदगी में नमाज अदा कर रस्म निभाई गई। ऐसे में लोगों ने घरों में ही सामाजिक दूरी की पालना के साथ नमाज अदा की। आज दिनभर दावत का सिलसिला घरों में जारी रहेगा।