भीलवाड़ा: अस्पताल में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के नहीं होने पर घायल युवक को चपरासी ने इंजेक्शन लगाया। हालत गंभीर होने पर युवक को जिला अस्पताल रैफर किया गया। मामले का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें चपरासी इंजेक्शन लगाता हुआ दिखाई दे रहा है। घायल के साथ आए लोग भी यह सब देखकर हैरान रह गए। पूछताछ में सामने आया कि, डॉक्टर के नहीं होने पर पूरा स्टाफ भी अस्पताल से गायब था। अस्पताल की लापरवाही पर बीसीएमओ ने कार्रवाई का निर्देश दिया है। घटना भीलवाड़ा के बडलियास कस्बे की है।
दरअसल, बडलियास बरूंधनी मार्ग पर धौला भाटा के पास एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने बाइक को टक्कर मार दी थी। हादसे में छोटा खेडा का रहने वाला युवक रणजीत पुत्र हुकुम सिंह घायल हो गया। मौके पर मौजूद लोग उसे अस्पताल लेकर गए। लेकिन न डॉक्टर मिला और न ही नर्सिंग स्टाफ। लोग तब हैरान रह गए जब, अस्पताल के चपरासी शंकरलाल शर्मा ने ही घायल को इंजेक्शन लगा दिया। हालत गंभीर होने के बाद उसे जिला अस्पताल ले जाने को कहा।
कोटडी में लगा रखी डॉक्टर की ड्यूटी
बडलियास अस्पताल में डॉ. वैभव पंवार कार्यरत है। मगर कोटडी अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से मंगलवार को उनकी ड्यूटी वहां लगा दी गई। डॉक्टर की गैर-हाजिरी का फायदा नर्सिंग स्टाफ ने भी उठाया और गायब हो गए। ऐसे में मरीजों और दुर्घटना में घायल लोगों को देखने वाला कोई नहीं रहा।
बीसीएमओ बोले, दोषी मिलने पर कार्रवाई होगी
कोटडी बीसीएमओ डॉ. सुनील सोनी ने बताया कि बडलियास पीएचसी के डॉक्टर वैभव की ड्यूटी मंगलवार को कोटडी लगा रखी थी। लेकिन, वहां नर्सिंग स्टॉफ ड्यूटी कर रहा था। अगर, नर्सिंग स्टॉफ गायब था और घायल को चपरासी ने इंजेक्शन लगाया है तो यह गलत है। इस मामले की गंभीरता से जांच होगी और कारवाई भी की जाएगी।