अलवर: भ्रष्टाचार निरोधक जयपुर (एसीबी) की टीम ने अलवर नगर परिषद सभापति बीना गुप्ता और उसके बेटे को 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में 80 हजार रुपए में सोडा हुआ। पीड़ित से 80 हजार लेते हुए एसीबी की टीम ने रंगे हाथ अलवर की नगर परिषद सभापति को गिरफ्तार किया है। जयपुर में अलवर एसीबी की टीम सभापति के निवास पर जांच पड़ताल कर रही है।
सभापति के खिलाफ एसीबी की टीम को पहले भी कई तरह की शिकायतें मिली थी। एसीबी के अधिकारियों ने कहा सभापति पहले भी कमीशन की राशि के रूप में रिश्वत ले चुकी है। अलवर शहर में नगर परिषद की तरफ से दुकानें अलर्ट की जाती है। आलोटी को 2 प्रतिशत कमीशन मिलता है। उस कमीशन में सभापति बीना गुप्ता कमीशन लेती थी। पहले भी कई बार वो कमीशन ले चुकी है।
मोहनलाल नाम के व्यक्ति ने एसीबी को शिकायत दी। एसीबी की टीम ने बताया कि सभापति बीना गुप्ता व उसके बेटे कुलदीप 50 हजार रुपए की रिश्वत पहले ले चुके थे। सोमवार को एक लाख रुपए रिश्वत की राशि देनी थी। लेकिन 20 हजार रुपए माफ कर दिए गए। 80 हजार रुपए की राशि मोहनलाल लेकर बिना गुप्ता के घर पहुंचे। वहां रिश्वत की राशि देने के बाद जयपुर एसीबी की टीम ने बीना गुप्ता व उसके बेटे कुलदीप को रंगे हाथ रिश्वत की राशि के साथ गिरफ्तार किया।
चबूतरे की नीलामी की एवज में रिश्वत मांगी
एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि चबूतरा की नीलामी की एवज में रिश्वत मांगी गई थी। एसीबी की टीम मामले की जांच पड़ताल कर रही है। एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में यह पूरी कार्रवाई हुई अलवर की टीम के अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। भाजपा और कांग्रेस के लोग बीना गुप्ता पर पहले भी भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगा चुके हैं। बीना गुप्ता के खिलाफ कांग्रेस के पार्षद व भाजपा के पार्षद धरना दे चुके हैं। कई बार भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर नगर परिषद में हंगामा हो चुका है।