जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस, पेट्रोलियम व उद्योग वीनू गुप्ता ने प्रदेश के खानधारकों से खान सुरक्षा मानकों की सख्ती से पालना के साथ ही जीरो लॉस माइनिंग तकनीक अपनाने का आग्रह किया है। उन्होंने खनिज खनन के साथ ही पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए अधिक से अधिक वृक्षारोपण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हम सबका दायित्व है और इसके लिए माइनिंग क्षेत्रों में सघन वृक्षारोपण अभियान चलाया जाना चाहिए।
एसीएस माइंस गुप्ता शुक्रवार को राजसमन्द, देलवाड़ा के राबचा व ओड़न गांवों के आसपास की धनलक्ष्मी, विजयलक्ष्मी, महालक्ष्मी सोपस्टोन एवं डोलोमाइट माइंस, खेतान बिजनस सेंटर सहित क्षेत्र के माइनिंग क्षेत्रों का निदेशक माइंस संदेश नायक के साथ फील्ड विजिट कर रही थी। इस अवसर पर वीनू गुप्ता ने निदेशक माइंस संदेश नायक और अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर सहित अधिकारियों के साथ खनन क्षेत्र में फलदार और छायादार पौधों का रोपण किया। उन्होंने कहा कि हमें माइनिंग की नवीनतम तकनीक अपनानी होगी जिससे बहुमूल्य खनिजों का सही तरीके से दोहन हो सके और खनन से हानि को न्यूनतम स्तर पर रखा जा सके। उन्होंने सुरक्षा मानकों की सख्ती से पालना के निर्देश दिए। ताकि इस माइनिंग में कार्य कर रहे श्रमिकों व कामगरों के स्वास्थ्य व सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने विभागीय अधिकारियों व खननधारकों से विस्तार से फीडबेक भी प्राप्त किया।
निदेशक माइंस संदेश नायक ने बताया कि विभाग द्वारा माइंस सेफटी मेजर्स पर विशेष जोर दिया जा रहा है और इसके लिए समय समय पर अभियान चलाकर अवेयरनेस कार्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। नायक ने बताया कि प्रदेश में खनिज के विपुल भण्डार होने के साथ ही विभाग द्वारा अवैध खनन पर सख्ती के साथ ही वैध खनन को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि विभागीय अधिकारियों को नियमित फील्ड विजिट के भी निर्देश दिए गए है। अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर ने उदयपुर संभाग के खनन गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। फील्ड विजिट के दौरान विभागीय अधिकारियों में अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर, एसएमई एनके बैरवा, कमलेश्वर बारेगामा के साथ ही खनन धारक भी उपस्थित रहे।