अजमेर: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की टीम ने रूपनगढ़ थाना के SHO को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। ACB ने जमीनी विवाद के एक मामले में राहत देने के लिए एक लाख 45 हजार रुपए की रिश्वत लेते रूपनगढ़ थाना प्रभारी कंवरपाल सिंह शेखावत व दलाल को गिरफ्तार किया गया है।
एसीबी SP समीरकुमार सिंह ने बताया कि जुणदा गांव निवासी भागचन्द ने शिकायत दी कि त्योंद गांव में 2014 में जमीन खरीद की थी। जिसकी रजिस्ट्री सितम्बर माह में करवाई गई थी। इसके बाद उसने व पार्टनरों ने मिलकर इस कृषि भूमि को 70 लाख रूपए में बेच दिया। लेकिन त्योद निवासी कैलाश शर्मा ने मुकदमा दर्ज करवा दिया। इस प्रकरण में SHO ने कार्यवाही नही करने एवं मदद करने के नाम पर 5 लाख रुपए की रिश्वत राशि की मांग की।
ACB ने जिसकी रिश्वत राशि डिमांड वेरिफिकेशन 27 अक्टूबर को करवाया। उसमे पता चला ACB को कि थानाधिकारी कंवरपाल ने 2.50 लाख रुपए की डिमांड परिवादी से की है। बाद में आरोपी परिवादी से डेढ़ लाख रूपए रिश्वत राशि लेने पर सहमत हुआ। दलाल रोहित शर्मा ने परिवादी एवं सभी पार्टनरों से रिश्वत राशि 1.45 लाख रुपए कलेक्शन कर थानाधिकारी को देते हुए पुलिस थाना रूपनगढ में रंगे हाथो पकडा गया। परिवादी के हिस्से की राशि 34 हजार रूपये सहित कुल राशि 1.45 लाख बरामद किए गए। ACB की कार्रवाई जारी है।
कार्रवाई में DSP पारसमल, CI राकेश कुमार वर्मा व प्रभूलाल, नरेन्द्र कुमार, लक्ष्मण, गोविन्द वर्मा, रामचन्द्र, मनीष कुमार, भरतसिह अर्जुनलाल शामिल थे। आरोपी एसएचओ सेखोसर, फतेहपुर, सीकर निवासी कंवरपाल सिंह व विनायक नगर, मदनगंज निवासी दलाल रोहित शर्मा से पूछताछ जारी है।
पहले भी ACB ने रूपनगढ़ थाने में की थी कार्रवाई
जयपुर एसीबी की टीम ने 4 जनवरी 2021 को रूपनगढ़ थाने के ASI (सहायक उप निरीक्षक) घासीराम को 40 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप किया था। SI थानाधिकारी सियाराम विश्नोई फरार हो गया। एसीबी ने नागौर और चूरू जिले के दो परिवादी की शिकायत के बाद कार्रवाई को अंजाम दिया। जिसमें आरोपियों द्वारा एक मामले में परिवादी को गिरफ्तार का भय दिखाकर रिश्वत की मांग की जा रही थी। इसके बाद कंवरपाल सिंह को तत्कालीन एसपी जगदीशचन्द्र शर्मा ने थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।