जयपुर : सरकारी नौकरी के लिए कॉम्पिटशन की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को अब अपर एज लिमिट में दो साल की छूट मिलेगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना के कारण सरकारी भर्तियों के लिए दो साल परीक्षाएं नहीं होने का हवाला देकर दो साल की छूट देने की घोषणा की है। राज्य में आने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में ये छूट देने का फैसला किया है। बूंदी के हिंडौली में विकास कामों के शिलान्यास-लोकार्पण समारोह में सीएम गहलोत ने कहा कि 2013 में केदारनाथ हादसे में मरने वाले और लापता लोगों के परिजनों को भी नौकरी दी जाएगी।
सीएम गहलोत ने सभा के बाद में दोनों घोषणाओं के बारे में ट्वीट भी किए। गहलोत ने कहा कि कोविड के कारण दो साल तक नौकरी के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं समय पर आयोजित नहीं हो सकीं। इसलिए अगली एग्जामों में कैंडिडेट्स को ऊपरी आयु सीमा में दो साल की छूट मिलेगी।
सीएम गहलोत ने लिखा कि साल 2013 की केदारनाथ त्रासदी में जान गंवाने वाले और लापता हुए लोगों के परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाएगी। राजस्थान के ऐसे 511 लोग हैं। अब उन पीड़ित परिवारों से एक-एक व्यक्ति को उसकी योग्यता के हिसाब से सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसे अनुकंपा कैटेगरी का फायदा देकर नौकरी दी जाएगी। इसमें योग्यताओं में छूट मिलती है। सीएम गहलोत ने कहा- साल 2013 में केदारनाथ हादसे में मरने वालों और लापता राजस्थान के निवासियों को सहारा देने के लिए 2013 में अनुकम्पा नियुक्ति देने की घोषणा की थी। कुछ लोगों को नियुक्ति दे दी गई थी। सरकार बदलने के बाद भाजपा सरकार ने इन नियुक्तियों को रद्द कर दिया था।