एसीबी की दो स्थानों पर कार्रवाई : बाड़मेर में 50 हजार की रिश्वत लेते DEO और दो दलाल गिरफ्तार, जयपुर में भी 6 लाख की रिश्वत लेते SHO गिरफ्तार

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जयपुर/बाड़मेर : प्रदेश में एसीबी की टीम ने बाड़मेर और जयपुर में कार्रवाई की। बाड़मेर में एसीबी टीम ने प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी सहित तीन लोगों को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही दो दलाल को भी गिरफ्तार किया है। वही जयपुर में एसीबी टीम ने जयपुर ग्रामीण के गोविंदगढ़ थाने के इंस्पेक्टर हरिनारायण शर्मा को 6 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

एसीबी

सेवानिवृत्त होने 5 दिन पहले रिश्वत लेते गिरफ्तार

एसीबी जैसलमेर के उप अधीक्षक अन्नाराज सिंह ने बताया कि प्रार्थी अध्यापक बाबूलाल ने शिकायत दी थी कि निलंबनकाल के दौरान का परिलाभ व जांच रिपोर्ट उसके पक्ष में करने की एवज में प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी ने दो लाख की रिश्वत की मांग की थी। प्रार्थी की शिकायत का सत्यापन के बाद गुरुवार को चौहटन में कार्रवाई को अंजाम देते हुए प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी केसरदान रतनू, सहयोगी जीवनदान और आसु सिंह राजपुरोहित को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।

15 अगस्त को बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में आयोजित हुए जिला स्तरीय समारोह में जिला प्रशासन की ओर से सराहनीय कार्य करने के लिए प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारी केसरदान रतनू को वन एवं पर्यावरण मंत्री हेमाराम चौधरी ने सम्मानित किया था। पिछले दिनों शिक्षा विभाग की ओर से जारी की गई शिक्षक तबादलों की सूची में केशरदान रतनू का तबादला बाड़मेर सीबीईओ के पद पर किया गया था। बताया जा रहा है कि 31 अगस्त को सेवानिवृत्त होने के कारण उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। वहीं, सेवानिवृत्त होने से 5 दिन पहले अधिकारी को 50 हजार की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। फिलहाल, एसीबी जैसलमेर की टीम केशरदान रतनू और उनके दो दलालों से पूछताछ कर कर रही है।

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जयपुर में भी एसीबी की कार्रवाई

वहीँ, एसीबी की विशेष अनुसंधान इकाई ने जिला जयपुर ग्रामीण के गोविंदगढ़ थाने के इंस्पेक्टर हरिनारायण शर्मा को 6 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। एसएचओ ने परिवादी से जमीन धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार नहीं करने और नाम प्रकरण से हटाने के एवज में रिश्वत राशि की मांग की थी। एसीबी के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत ने बताया कि इंस्पेक्टर हरिनारायण शर्मा दलाल एडवोकेट विश्वनाथ शर्मा के मार्फत यह रिश्वत की राशि ले रहा था। आरोपी पूर्व में भी 4 लाख रुपए की रिश्वत राशि परिवादी से सत्यापन के दौरान ले चुका है। आरोपी ने परिवादी से दलाल के मार्फत 10 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की थी। इस पर परिवादी ने एसीबी मुख्यालय में शिकायत दर्ज करवाई। एसीबी टीम ने शिकायत का सत्यापन किया और फिर आज ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया।

आरोपी ने परिवादी को आज रिश्वत राशि लेकर दलाल एडवोकेट विश्वनाथ शर्मा को देने के लिए थाने से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर बुलाया था। जैसे ही परिवादी ने 6 लाख की रिश्वत राशि दलाल को दी वैसे ही एसीबी टीम उसे पकड़ने के लिए आगे बढ़ी। कार्रवाई की भनक लगते ही आरोपी दलाल विश्वनाथ शर्मा अपनी गाड़ी में बैठ भागने लगा। इस दौरान एसीबी की टीम ने करीब 10 किलोमीटर दूरी तक दलाल का पीछा किया। बीच रास्ते में ही आरोपी विश्वनाथ 6 लाख रुपए की रिश्वत राशि बीच रास्ते में ही फेंक कर फरार हो गया।

एसीबी टीम ने रिश्वत की राशि बरामद करने के बाद गोविंदगढ़ थानाधिकारी हरिनारायण शर्मा को गिरफ्ताए कर लिया। हरिनारायण शर्मा ने परिवादी से 10 लाख रुपए की रिश्वत उसके खिलाफ दर्ज 15 बीघा जमीन के धोखाधड़ी मामले में उसे गिरफ्तार नहीं करने और उसका नाम प्रकरण में से हटाने की एवज में मांगे थे। फिलहाल पुलिस प्रकरण को लेकर हरिनारायण से पूछताछ कर रही है। फरार चल रहे दलाल एडवोकेट विश्वनाथ शर्मा की भी तलाश की जा रही है। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद उसके आवास, कार्यालय और अन्य ठिकानों पर एसीबी की ओर से सर्च की कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।

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