जयपुर। अतिरिक्त मुख्य सचिव उर्जा डॉ. सुबोध अग्रवाल ने उपलब्ध संसाधनों का कारगर उपयोग करते हुए विद्युत उत्पादन और बेहतर आपूर्ति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं अधिकारियों को कोयला उपलब्ध कराने वाली संस्थाओें कोल इंडिया आदि से समन्वय बनाते हुए कोयले की आपूर्ति बढ़ाने को कहा हैं। उन्होंने आमजन से भी वर्तमान परिस्थितियों में बिजली बचत के लिए आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट राजस्थान में ही नहीं अपितु कोयले की आपूर्ति में बाधा के कारण के देश के अधिकांश प्रदेशों के सामने आया हुआ है।
एसीएस डॉ. अग्रवाल ने बताया कि ऊर्जा मंत्री बीडी कल्ला और वे स्वयं केन्द्र सरकार के कोयला मंत्रालय के अधिकारियों से संपर्क व समन्वय बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि उसी का परिणाम है कि अब सडक मार्ग से भी कोयला आना आरंभ होने जा रहा है। इसके साथ ही कोयले की रेक भी जल्दी ही बढ़ने की संभावना है। एसीएस डॉ. अग्रवाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों के बाद विद्युत भवन में डिस्कॉम, विद्युत उत्पादन निगम और उर्जा विकास निगम के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय फ़ॉलोअप बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्युत कटौती के संबंध में कटौती क्षेत्र के नागरिकों को समय पर जानकारी दी जाए।
उन्होंने अधिकारियों से बरसात, कोयले की आपूर्ति प्रभावित होने और मांग बढ़ जाने के कारण उपलब्ध परिस्थितियों में आम नागरिकों को वर्तमान विद्युत संकट के दौर में बिजली बचत के लिए जागरुक करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यह विद्युत उत्पादन व आपूर्ति का तात्कालीक संकट है जिसे कोयले की आपूर्ति के सुधार के साथ शीघ्र ही दूर किया सकेगा। डिस्कॉम के चेयरमैन डिस्कॉम भास्कर ए सावंत ने डिस्काम के अधिकारियों को आवश्यचक निर्देश दिए। बैठक में जेएस आलोक रंजन, डिस्कॉम के एमडी नवीन अरोड़ा, विद्युत उत्पादन निगम के मुख्य अभियंता पीएस सक्सैना, देवेन्द्र श्रृंगी व ऊर्जा विकास निगम के मुख्य अभियंता मुकेश बंसल सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।