जयपुर : राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा, लखीमपुर खीरी हिंसा की न्यायिक जांच और गुजरात के मुंद्रा पोर्ट से 21 हजार करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त होने की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच केंद्र सरकार कराएं।
पायलट ने मुम्बई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जो लोग किसान आंदोलन को खत्म नहीं कर पाए अब वे उन पर आक्रमण कर रहे हैं, इस बात की जांच होनी चाहिए।उन्होंने सवाल किया कि आखिर क्या वजह है कि बीजेपी शासित राज्यों में किसानों पर हमला हो रहा है। सचिन पायलट ने हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर पर भी हमला बोलते हुए कहा कि कल उन्होंने लोगों को उकसाने का काम किया। अगर सत्ता में बैठे लोग ऐसा बर्ताव करेंगे, तो यह बिल्कुल चिंता की बात है।
प्रियंका से गलत व्यवहार, योगी सरकार डर गई
पायलट ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी जाना चाहती थीं, ताकि किसानों के प्रति सहानुभूति प्रकट कर सकें, लेकिन यूपी सरकार डर गई और उन्हें नहीं जाने दिया। लेकिन पूरी रात उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महिला के साथ जो व्यवहार किया उससे उनकी मानसिकता समझ में आती है। उन्होंने कहा कि राज्य की एजेंसी इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं करेगी। इस मामले की न्यायिक जांच कर आरोपियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
मुंद्रा पोर्ट पर ड्रग्स जब्ती की सुप्रीम कोर्ट जज से जांच कराएं
कांग्रेस नेता पायलट ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर पहुंचे कंटेनरों में 21 हजार करोड़ रुपये मूल्य के मादक पदार्थ जब्त होने का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जज से इस मामले की जांच कराई जाए, ताकि देश के युवाओं को नशे की लत से बचाया जा सके।