जयपुर। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने लखीमपुर खीरी की घटना पर बीजेपी नेताओं और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए इशारों ही इशारों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी जवाब दे दिया। पायलट ने टोंक की अपनी यात्रा के दौरान कहा कि पद पर बैठा व्यक्ति भी इंसान है। हमेशा कोई पद पर रहता भी नहीं है। यह जनता है, जितना समय आप दोगे, सिंहासन पर बैठोगे। जब जनता करवट बदलती है, तो इतनी जोर की पलटी पड़ती है कि आदमी को पता ही नहीं पड़ता क्या हो रहा है, लेकिन जिन लोगों के अंदर यह घमंड और अहंकार आ जाता है कि हम जीवन के अंतिम पड़ाव तक सत्ता में बैठे रहेंगे, मैं समझता हूं कि वो गलत हैं।
सचिन पायलट के इस बयान की सियासी हलकों में चर्चा है। इस बयान को इशारा योगी से ज्यादा अशोक गहलोत की तरफ माना जा रहा है। पायलट ने किसी का नाम लिए बिना ये सब कहा है जो गहलोत के संदर्भ में भी सही बैठता है।
आपको बता दे कि गहलोत ने कहा था- मेरा अभी 15-20 साल कुछ नहीं बिगड़ेगा, सरकार पूरे पांच साल चलेगी और रिपीट होगी। 2 अक्टूबर को गहलोत ने पायलट कैंप को निशाने पर लेते हुए जमकर तंज कसे थे। सीएम गहलोत ने कहा था कि मेरा अभी 15 से 20 साल कुछ नहीं बिगड़ेगा। मुझे अब कुछ होने वाला नहीं है। किसी को दुखी होना हो तो हो। सरकार पूरे पांच साल चलेगी, आगे फिर रिपीट होगी और अगली बार मैं फिर से शांति धारीवाल को यूडीएच मंत्री बनाउंगा। एंटी इंकंबसी कहीं नहीं हैं। हमारी पार्टी के लोग जरूर कभी-कभार लेफ्ट राइट कर जाते हैं। अब पायलट ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर गहलोत की बात का भी जवाब भी दे दिया। नाम नहीं लेने से मायने निकालने की छूट मिल गई।