मोदी की मुख्यमंत्रियों से बातचीत, केजरीवाल को लगाई फटकार

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  • पीएम ने प्रोटोकॉल तोड़ने पर दिल्ली सीएम केजरीवाल को टोका

नई दिल्ली । दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच पीएम मोदी ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहे। सीएम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के साथ ही हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर बातचीत की। सीएम ने केंद्र के सामने दिल्ली की मौजूदा स्थिति की जानकारी देते हुए स्थिति से निपटने में मदद का आग्रह किया।

पीएम नरेंद्र मोदी से इस मीटिंग में अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि यदि दिल्ली में ऑक्सीजन के प्लांट नहीं हैं तो हमें सप्लाई नहीं मिलेगी। इसके साथ ही उन्होंने ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए एयरफोर्स का इस्तेमाल करने की भी बात कही थी। इसके अलावा सीएम अरविंद केजरीवाल ने दूसरे राज्यों पर ऑक्सीजन की सप्लाई रोकने का भी आरोप लगाया था। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुझाव दिया कि ऑक्सीजन प्लांट्स आर्मी के हवाले किए जाएं। वहीं मोदी ने कहा कि दूसरे राज्यों में जा रहे ऑक्सीजन टैंकर न रोके जाएं। हालांकि पीएम मोदी के साथ मीटिंग में अरविंद केजरीवाल के इस अंदाज की आलोचना भी शुरू हो गई है।

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केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कोविड पर पीएम-सीएम कॉन्फ्रेंस का इस्तेमाल राजनीति खेलने के लिए एक मंच के रूप में किया। सरकारी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने वैक्सीन की कीमतों पर झूठ फैलाने के लिए यह मंच चुना है, यह जानने के बावजूद कि केंद्र सरकार वैक्सीन की एक भी डोज अपने पास नहीं रखती और केवल राज्यों के साथ साझा करती है। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करने का मुद्दा उठाया, लेकिन वह यह नहीं जानते थे कि यह पहले से ही किया जा रहा है
सूत्रों ने कहा कि अरविंद केजरीवाल बातचीत के स्तर को बहुत नीचे तक ले गए। केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा कि ऐसा पहली बार हो रहा था कि पीएम के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक का टेलीविजन पर प्रसारण किया गया था। केंद्र सरकार ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने जो कुछ भी बोला, उसमें किसी भी तरह के समाधान की बात नहीं की गई थी बल्कि राजनीति करने और जिम्मेदारी से बचने का भाव दिखा।

एक देश में वैक्सीन के दो रेट कैसे?
केजरीवाल ने यह भी कहा, ‘वैक्सीन का वन नेशन, वन रेट होना चाहिए। एक ही देश में वैक्सीन के दो रेट कैसे हो सकते हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार को एक ही रेट पर वैक्सीन मिले। हर जान हमारे लिए कीमती है। हमें यह एहसास हर भारतीय को कराना होगा। सबको दवाई, वैक्सीन और ऑक्सीजन बिना किसी विवाद और रुकावट मिले। कोरोना के खिलाफ एक नेशनल प्लान होगा, तो हम सब मिलकर काम करेंगे।’

राजस्थान ने भी की अपील
राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री से कहा कि जिस रेट पर केंद्र सरकार को वैक्सीन मिल रही है, उसी रेट पर वह राज्य सरकारों को भी मिलनी चाहिए। 1 मई से शुरू होने वाला टीकाकरण का खर्च केंद्र सरकार उठाये। मुख्यमंत्री ने कहा की अन्य राज्यों के मुकाबले ऑक्सीजन और रेमेडिसीवर इंजेक्शन राजस्थान को कम उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।

 

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