डोटासरा ने सचिन पायलट से जारी करवाया राजीव गांधी के जीवन पर आधारित वीडियो, नए सियासी समीकरण बनने की आहट

जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट की खींचतान के बीच सोच बदलने की शुरुआत हो गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने सचिन पायलट को लेकर जिस तरह पायलट को प्रमुखता दी, उससे कांग्रेस के हलकों में नए ​सियासी समीकरण बनने का संकेत माना जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में राजीव गांधी के जीवन पर आधारित वीडियो रिलीज करने के मौके पर जिस तरह कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सचिन पायलट को महत्व दिया वह बदलते समीकरणों की तरफ इशारा कर रहा है।

राजीव गांधी के जीवन पर आधारित शॉर्ट वीडियो फिल्म को डोटासरा ने सचिन पायलट से जारी करवाया। इसके बाद पायलट, डोटासरा और सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को मिलाकर तीनों नेता मंच पर बैठे। डोटासरा ने जिस तरह सचिन पायलट को अहमियत दी, उसे कांग्रेस के जानकार स्वाभाविक नहीं मान रहे, इसे भावी सियासी समीकरणों की आहट के तौर पर देखा जा रहा है। कांग्रेस के हलकों में इसकी खूब चर्चा है। सचिन पायलट से प्रदेशसाध्यक्ष डोटासरा ने वीडियो जारी करवाया, लेकिन जब इस कार्यक्रम को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी का प्रेस नोट जारी हुआ उसमें केवल गोविंद सिंह डोटासरा का ही नाम था। सचिन पायलट और महेश जोशी के नाम वीडियो जारी करने वालों में नहीं थे।

सचिन पायलट को तरजीह देने के पीछे पंचायतीराज चुनाव के साथ आंत​रिक कारण भी

सचिन पायलट को जिस तरह​ पीसीसी के कार्यक्रम में तरजीह दी गई राजनीतिक प्रेक्षक उसके पीछे पंचायतीराज चुनावों को भी एक कारण मान रहे हैं। पायलट के समर्थक पंचायत चुनावों में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाएं,इसलिए भी सचिन को महत्व देने की रणनीति अपनाई गई है। सचिन पायलट के प्रदेशाध्यक्ष रहते हुए डोटासरा सीकर के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। हाल ही जब डोटासरा पर रिश्तेदारों के आरएएस परीक्षा के इंटरव्यू में ज्यादा नंबर दिलाने के आरोप लगे तो पायलट समर्थक विधायक उनके पक्ष में उतरे थे।

सचिन पायलट पिछले कई दिनों से शांत, इस शांति के पीछे सियासी चाल मानी जा रही है। बताया जाता है कि पायलट ने अब मंत्रिमंडल विस्तार पर सियासी गुणाभाग के आधार पर ज्यादा रुचि लेना छोड़ दिया है। पायलट कैंप के वरिष्ठ नेता भी मान रहे हैं कि जो भी मंत्री बनेगा वह मुख्यमंत्री को रिपोर्ट तो करेगा ही खेमा भी बदल लेगा। इसलिए पायलट का सियासी सोच बदल रही है।

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