नई दिल्ली/जयपुर : कांग्रेस की महंगाई रैली में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम और दिल्ली सीएम पर निशाना साधा। गहलोत ने यूपीए राज में अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के आंदोलन को साजिश बताते हुए केजरीवाल पर झूठ बोलने के आरोप लगाए। गहलोत रविवार को दिल्ली में महंगाई हटाओ रैली को संबोधित कर रहे थे। सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार के वक्त दिल्ली में अन्ना हजारे और अरविंद केजरीवाल के आंदोलन करवाए गए थे। केजरीवाल आज जो राजनीति कर रहे हैं, वो भी झूठ बोलने की हदें पार कर रहे हैं। किस प्रकार देशवासियों को गुमराह कर रहे हैं, वो पूरा देश देख रहा है।
उस वक्त वो आंदोलन हमारी सरकार के खिलाफ षड्यंत्र था। यूपीए सरकार में शानदार काम हो रहा था। एक माहौल ऐसा बना दिया था देश में। 2जी, कोलगेट घोटाले के आराेप लगाए। एक लाख 76 हजार करोड़ के 2जी घोटाले का आरोप लगाया। उस समय के सीएजी कहां चले गए, अब वो गायब हो गए। षड्यंत्र करके सरकार को बदनाम करने का प्रयास किया। उसमें वे सफल हो गए, लेकिन सच्चाई कभी छिप नहीं सकती। सीएम गहलोत ने पीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी को कांग्रेस मुक्त भारत चाहिए। पीएम गांधी परिवार और वंशवाद की बात करते हैं। उनसे पूछो, गांधी परिवार से पिछले 30 साल में न कोई पीएम बना,न मंत्री बना। संगठन में उनकी भागीदारी है तो वह पूरा देश चाहता है, पूरे देश के कांग्रेसजन चाहते हैं।
आपके पेट में दर्द क्यों हो रहा है, मैं ये पूछना चाहता हूं। इससे समझ जाइएगा कि इस परिवार की क्रेडिबिलिटी देश में हाईएस्ट है। मोदी से भी ज्यादा है। चुनाव जीतना एक और प्रधानमंत्री बनना अलग बात है। जो रेस्पेक्ट कमांड करती हैं सोनिया गांधी और इनका परिवार वह देश में हाईएस्ट है। उससे आपको तकलीफ क्या होती है?
हमें कुछ कहने की जरूरत ही नहीं
गहलोत ने कहा- 2014 के चुनाव कैंपेन में मोदी ने कितने वादे किए थे,आज वे सब वादे भुला दिए गए हैं। देश की जनता 2014 के चुनावों का मोदी का भाषण फिर से सुन ले तो हमें बोलने की जरूरत ही नहीं है। तमाम ये फासिस्ट लोग हैं, इनका लोकतंत्र में कोई यकीन नहीं हैं, ये केवल लोकतंत्र का मुखौटा पहनकर राज कर रहे हैं। देश आज महंगाई और बेरोजगारी से जूझ रहा है। आगे लड़ाई लंबी है। कांग्रेस नेताओं के त्याग और बलिदानों से देश एक और अखंड रहा है, लेकिन मोदी कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते हैं।
2019 में बेरोजगारी के आंकड़े रुकवाए
गहलोत ने कहा- अब महंगाई की मार देशवासियों की कमर तोड़ चुकी है। बेरोजगारी से हाहाकार मचा हुआ है। नौकरियां भी जा रही हैं। यह सरकार इतनी झूठ आधारित है। भारत सरकार के संगठन नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन (NSSO) ने बेरोजगारी पर आंकड़े जारी करने का प्रयास किया तो 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें रुकवा दिया। इस मामले में NSSO के अध्यक्ष और मेंबर्स को इस्तीफे देने पड़े। बाद में जैसे ही चुनावों में वापस बीजेपी सरकार जीतकर आई तो बेरोजगारी के NSSO के आंकड़ों को जारी कर दिया, उसमें सामने आया कि देश में बेरोजगारी किस भयावह स्तर तक पहुंच गई है।