नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0’ और ‘अमृत 2.0’ का शुभारंभ किया है। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि साल 2014 में देशवासियों ने भारत को खुले में शौच से मुक्त करने का संकल्प लिया था। 10 करोड़ से ज्यादा शौचालयों के निर्माण के साथ देशवासियों ने ये संकल्प पूरा किया। अब ‘स्वच्छ भारत मिशन-अर्बन 2.0’ का लक्ष्य गार्बेज फ्री शहर, कचरे के ढेर से पूरी तरह मुक्त शहर बनाना है।
दिल्ली स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में पीएम नरेंद्र मोदी ने इन योजनाओं के दूसरे चरण की लॉन्चिंग करते हुए कहा कि हमारा मकसद हर शहर को कूड़ा मुक्त करना है। पीएम मोदी ने कहा कि देश में हर दिन लाखों टन कूड़ा एकत्र होता है। शहरों में कूड़े के पहाड़ खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस कूड़े की प्रोसेसिंग की जाएगी और शहरों के आसपास कूड़े के पहाड़ को पूरी तरह से खत्म किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि इसके अलावा हमारा मकसद जगह पर जल की उपलब्धता सुनिश्चित कराना है। इस मौके पर शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे।
नदियों में जाकर नहीं गिरेंगे नाले, स्वच्छ भारत मिशन के तहत करेंगे यह काम
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूसरे चरण में हम शहरों में सीवेज और सेफ्टी मैनेजमेंट पर भी काम करेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि गंदे नाले जाकर नदियों में न गिरें। इस मौके पर हरदीप पुरी ने स्वच्छ भारत मिशन का श्रेय पीएम नरेंद्र मोदी को देते हुए कहा कि उन्होंने इसे जनांदोलन में तब्दील कर दिया था। इसीलिए इतनी बड़ी कामयाबी मिली है। हरदीप पुरी ने कहा, ‘स्वच्छ भारत मिशन लाखों टॉयलेट्स बनाने और वेस्ट प्रॉसेसिंग को 70 फीसदी तक लाने की वजह से कामयाब नहीं हुआ है। यह इसलिए हुआ क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट को जनांदोलन का स्वरूप दे दिया।’
2030 में स्थायी विकास के लक्ष्य को करेंगे हासिल
पीएमओ ने कहा कि ये दोनों फ्लैगशिप योजनाएं देश के विकास के लिए बेहद अहम हैं। खासतौर पर तेजी से हो रहे शहरीकरण के चलते इनकी अहमियत बढ़ गई है। केंद्र सरकार ने सस्टेनेबल डिवेलपमेंट गोल्स 2030 तय किए हैं। इन्हें हासिल करने में इन दो स्कीमों की अहम भूमिका होगी।