‘पंजाब विकास पार्टी’ के नाम से अमरिंदर सिंह बनाएंगे नई पार्टी, सिद्धू के विरोधियों को मिलेगी जगह

captain amrinder singh e1633090761413

नई दिल्लीः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जल्द ही अपनी नई पार्टी बनाने का ऐलान करने वाले हैं। सूत्रों के अनुसार कैप्टन की नई पार्टी का नाम पंजाब विकास पार्टी होगा। अपनी पंजाब विकास पार्टी के गठन पर विचार करने के लिए कुछ ही दिनों में कैप्टन अपने करीबी नेताओं की एक बैठक बुलायेंगे जिसमें सिद्दू विरोधी गुट के तमाम नेता शामिल होंगे।

कैप्टन पहले भी कह चुके हैं कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्दू को हराना उनका पहला लक्ष्य है। ऐसे में उनकी नव गठित पार्टी की ओर से सिद्दू के खिलाफ आगामी विधानसभा चुनाव में एक मजबूत दावेदार को चुनावी मैदान में उतारा जाएगा। इस बीच कैप्टन पंजाब के तमाम किसान नेताओं से भी सम्पर्क साधेंगे। साथ ही कुछ छोटे दलों को भी अपने साथ लाएंगे।

कांग्रेस पर साधा था निशाना
गौरतलब है कि गुरुवार को अमरिंदर सिंह ने कहा था, मैं 52 साल से राजनीति में हूं, लेकिन उन्होंने मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया. साढ़े दस बजे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुझसे कहा कि आप इस्तीफा दे दो. मैंने कोई सवाल नहीं पूछा. चार बजे मैं राज्यपाल के पास गया और इस्तीफा दे दिया. अगर 50 साल के बाद भी आप मुझ पर संदेह करेंगे.. मेरी विश्वसनीयता दांव पर है और कोई भरोसा नहीं है, तो ऐसे में पार्टी में रहने का कोई मतलब नहीं है.

CM कुर्सी छोड़ने के बाद शाह और डोभाल से
अमरिंदर को कुछ दिन पहले CM की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद वह दिल्ली दौरे पर गए। यहां गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने कह दिया कि वो कांग्रेस में नहीं रहेंगे। उन्होंने भाजपा में जाने से भी इनकार किया था।

सिद्धू को हराना ही कैप्टन का लक्ष्य
अमरिंदर ने CM की कुर्सी छोड़ने के बाद नवजोत सिद्धू पर बड़ा हमला किया था। कैप्टन ने कहा था कि वो सिद्धू को किसी भी कीमत पर जीतने नहीं देंगे। सिद्धू के खिलाफ मजबूत कैंडिडेट खड़ा करेंगे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा थ कि कैप्टन जल्द कोई नई पार्टी बनाएंगे।

उल्लेखनीय है कि ये पहली बार नहीं जब कैप्टन ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। कैप्टन साल 1980 में लोकसभा का चुनाव तो कांग्रेस के चुनाव चिन्ह से जीते थे लेकिन साल 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी थी और अकाली दल में चले गए थे। इसके बाद वे 1998 में फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *