भोपाल : मध्य प्रदेश (MP) की राजधानी भोपाल से 120 किलोमीटर दूर विदिशा (Vidisha) जिले के गंजबासौदा में गुरुवार शाम को बड़ा हादसा हो गया। लाल पठार गांव में एक कुएं में बच्ची के गिरने के बाद उसे निकालने पहुंचे लोगों की भीड़ की वजह से कुआं धंस गया, जिसके चलते करीब 30 से ज्यादा लोग अंदर गिरने की खबर है। इनमें से 19 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और बचाव कार्य मध्यरात्रि के बाद भी जारी है। हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि कुल कितने लोग इस मलबे में दबे हैं। यह कुआं करीब 50 फुट गहरा है और इसमें करीब 20 फुट तक पानी बताया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के परिवारजनों को 5-5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 50 हज़ार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। निशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी।
NDRF, SDRF और स्थानीय प्रशासन की टीम के जारी रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद अब तक तकरीबन 19 लोगों को कुए से बाहर निकाला जा चुका है। अब भी 13 लोग लापता बताये जा रहे हैं, जबकि तीन की मौत हो चुकी है और उनके शव बरामद कर लिए गए हैं।
MP: 4 bodies recovered from the spot so far in Ganjbasoda area of Vidisha.
CM SS Chouhan announces an ex-gratia of Rs 5 Lakhs each for the next of the kin of the deceased & compensation of Rs 50,000 each to the injured. The injured will also be provided free medical treatment. pic.twitter.com/PgBs2hzFJB
— ANI (@ANI) July 16, 2021
हादसे के तुरंत बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटनास्थल पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों को भोपाल से बचाव कार्य के लिए रवाना किया। साथ ही, मुख्यमंत्री ने तमाम बड़े अधिकारियों से बात कर राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए कहा।
विदिशा जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग भी मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भोपाल से रवाना होकर मौके पर पहुंचे और लगातार राहत और बचाव कार्य निगरानी करते रहे।
विदिशा में विवाह स्थल को ही सीएम ने बनाया कंट्रोल रूम
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा में अपनी गोद ली हुई बेटियों की शादी के मौके पर मौजूद थे। इसलिए उन्होंने विवाह स्थल को ही कंट्रोल रूम बना दिया। वहीं से पूरे मामले की निगरानी करते हुए उन्होंने आईजी, कमिश्नर, कलेक्टर, एसपी समेत तमाम अधिकारियों को वहां भेज दिया।
जानिए, कैसे हुआ यह हादसा?
बचाये गये दो लोगों ने मीडिया से कहा कि कुएं में गिरी एक बच्ची को बचाते समय यह हादसा हुआ। उसे बचाने के लिए कुछ लोग इस कुएं में उतर गये, जबकि करीब 40-50 लोग उनकी सहायता करने एवं देखने के लिए कुएं की मेड़ और छत पर खड़े हो गये। उन्होंने कहा कि इसी बीच, कुएं की छत ढह गई, जिससे करीब 25-30 लोग कुएं में गिर गये।
उन्होंने कहा कि उन दोनों सहित करीब 12 लोगों को वहां मौजूद ग्रामीणों ने कुएं से रस्सियों की मदद से बाहर निकाला और बचा लिए। दोनों को मामूली चोट आई है। उन्होंने कहा कि कुएं की छत पर जो लोहे की रॉड लगी थी, वह सड़कर गल चुकी थी। इसलिए वह टूट गई और यह हादसा हुआ। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे जेसीबी समेत अन्य मशीनों के जरिए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। उधर, रात तकरीबन 11 बजे राहत कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी जमीन के धंसने से गिर गया।
विदिशा ज़िले के गंजबासौदा थानांतर्गत कुछ लोगों के कुएँ में गिरने की प्रारंभिक सूचना मिली है। घटनास्थल पर एसडीएम उपस्थित हैं। मेरे निर्देश पर ज़िला कलेक्टर व एसपी भी पहुँच रहे हैं। प्रशासन की टीम तत्परता के साथ बचावकार्य में जुटी हुई है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 15, 2021
मुख्यमंत्री ने घटना के बारे में और जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ”विदिशा जिले के गंजबासौदा थानांतर्गत कुछ लोगों के कुएं में गिरने की सूचना मिली है। घटनास्थल पर एसडीएम उपस्थित हैं। मेरे निर्देश पर जिला कलेक्टर व एसपी भी पहुंच रहे हैं. प्रशासन की टीम तत्परता के साथ बचाव कार्य में जुटी हुई है। मैंने सीएस, डीजीपी और एसडीआरएफ डीजी से बात की है. घटनास्थल के लिए एसडीआरएफ की टीम बचाव कार्य के लिए आवश्यक उपकरणों के साथ रवाना हो गई है। कमिश्नर एवं आईजी भी रवाना हो गए हैं। मैं लगातार स्थिति का जायजा ले रहा हूं और लाइव कॉन्टैक्ट में हूं। ”