चेन्नई : तंजावुर जिले में एक मंदिर की रथयात्रा के दौरान बुधवार तड़के रथ के बिजली के तार की चपेट में आने से बड़ा हादसा हो गया। जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 2 बच्चे भी शामिल हैं। हादसे में 15 लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।राज्य के सीएम एमके स्टालिन ने घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 5 लाख की सहायता राशि देने का ऐलान किया है। वे आज सुबह 11:30 बजे तंजावुर पहुंचेंगे, जहां वे हालात का जायजा लेंगे और घायलों से मिलेंगे।
फूलों और लाइट्स से सजाया गया था रथ को
तंजावुर के कालीमेडु मंदिर में 94वां अप्पर गुरुपूजा उत्सव मनाया जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए मंगलवार रात से ही लोगों की भीड़ जमा होनी शुरू हो गई थी। रथयात्रा एक मोड़ से गुजर रही थी, इस दौरान रथ पर खड़े लोग एक हाई वोल्टेज तार की चपेट में आ गए। 9 फुट ऊंचे रथ को फूलों और लाइट्स से सजाया गया था। रथ की लाइट्स को बिजली देने के लिए एक जेनरेटर भी जुड़ा था। घायलों में जेनरेटर ऑपरेटर भी शामिल है।
पावर सप्लाई बंद नहीं की गई
तिरुचिरापल्ली के सेंट्रल जोन IGP, वी बालकृष्णन ने बताया कि FIR दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि किसी भी घटना से बचने के लिए आमतौर पर मंदिर के रास्ते वाली पावर सप्लाई बंद कर दी जाती है। इस बार रथ की ऊंचाई इतनी नहीं थी कि वह हाई वोल्टेज लाइन को छू सके, इसलिए इस बार पावर सप्लाई बंद नहीं की गई। हालांकि, रथ पर लगे साजो-सामान की वजह से उसकी ऊंचाई बढ़ गई और हादसा हो गया।