जयपुर: लॉकडाउन के बाद कुछ घंटों के लिए बाजार खोलने की छूट का दुकानदारों को तो ग्राहकी का सही समय नहीं होने से कोई लाभ नहीं मिल रहा पर सड़को पर हजारों वाहनों की आवाजाही सुनामी की तरह तीसरी लहर का संकेत दे रही है। जब सुबह 6 से 11 बजे तक छूट में ये हालात है तो 8 जून के बाद शाम 5 बजे तक दी जाने वाली छूट से उमड़ने वाली भीड़ का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
इस बीच शहर के परकोटे स्थित मुख्य बाजारों को देखे तो आज दूसरे दिन भी ग्राहक के इंतजार में दुकानदार बैठे रहे ।
बाजार के बरामदे बिल्कुल खाली पड़े थे। कुछ दुकाने तो खुली ही नहीं पर सड़क पर बेतहाशा भीड़ कोरोना की तीसरी लहर के आने के खतरे का अहसास करवा रही थी।
सरकार की अपील बेअसर
सरकार और प्रशासन की लगातार अपील के बावजूद गुरुवार 3 जून को सड़कों पर लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते हुए घूमते नजर आए। जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, चौड़ा रास्ता, चांदपोल बाजार, रामगंज बाजार, घाटगेट बाजार के अलावा शहर में मालवीय नगर, जवाहर नगर, झोटवाड़ा, आदर्श नगर, मानसरोवर, गोपालपुरा बाईपास पर काफी भीड़ सड़कों पर दिखीं। इनमें सैंकड़ों चेहरे ऐसे भी थे, जिनके चेहरे पर न तो मास्क सही ढंग से लगा था ना ही दो गज की दूरी, सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ती नज़र आयी।
हैरानी की बात यह है कि ज्यादातर खरीददार सिर्फ किराने और खाने-पीने की दुकानों पर ही नजर आए। इसके अलावा गारमेंट्स, ज्वैलरी, शूज एंड शर्टिंग सहित सैंकड़ों दुकानें खाली थी।
मंत्रिमंडल की बैठक में हुई व्यापारियों पर चर्चा
गहलोत मंत्रिमंडल की बैठक में आधा दर्जन मंत्रियों ने व्यापारियों की व्यवहारिक मांग का समर्थन करते हुए कहा कि 11 बजे से शाम 5 से 6 बजे की छूट बाजार खुलने के लिए दी जानी चाहिए ताकि आफिस ओवर्स के कारण होने वाली भीड़ भी नहीं होगी और ग्राहकी भी हो जाएगी। चर्चा के बाद ये फैसला मुख्यमंत्री पर छोड़ा गया है। मुख्यमंत्री अधिकारियों से बात कर गाइड लाइन में संशोधित करवा सकते है ऐसी उम्मीद की जा रही है।
जयपुर व्यापार महासंघ ने की है सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक दुकानें खोलनी की मांग
जयपुर व्यापार महासंघ के व्यापारियों ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर को पत्र भेजकर मांग की है कि उनको सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे दुकानें खोलने की अनुमति दी जाएं। ताकि बाजार में ग्राहक भी खरीदारी कर सकें और व्यापारी भी कमा सकें। सुबह 6 बजे से सुबह 11 बजे के दुकानों को खोलने की मोहलत देने से व्यापारी सरकार से खुश नहीं है। उनकी पीड़ा है कि सुबह करीब 8 बजे तक घर से दुकान पहुंचते है। इसके बाद दुकान खोलकर साफ सफाई और सामान डिस्प्ले करने में ही डेढ़ दो घंटे लग जाते है। इस बीच साढ़े 10 बजे से फिर से सामान समेटना शुरु कर देते है। ताकि 11 बजे तक दुकानें बंद हो जाए। इससे व्यापारियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।