जयपुर। अजमेर जिले के मसूदा में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट के पोस्टर फाड़ने का मामला तूल पकड़ गया और इस मामले में असामाजिक तत्वों पर कार्यवाही करने की मांग को लेकर हजारों लोगों ने आज मसूदा में विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन को ज्ञापन सौंप इस मामले में तुरंत कार्यवाही करने की मांग की। लोगों के दबाव को देखते हुए पुलिस ने तीन युवकों को इस मामले में गिरफ्तार किया है।
घटनाक्रम के अनुसार 4 अक्टूबर को कुछ असामाजिक तत्वों ने मसूदा में लगे सचिन पायलट के होर्डिंग और पोस्टर फाड़ दिए और उन्हें जला दिया। जब यह बात सचिन पायलट समर्थकों को पता चली तो वह इकट्ठा होने लगे तो असामाजिक तत्व वहां से भाग गए। इस घटना के बाद क्षेत्र में आक्रोश व्याप्त हो गया। 3 दिन तक कार्यवाही नहीं होने पर शनिवार को मसूदा और आसपास के सर्व समाज के हजारों लोगों ने उपखंड कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया।
इस मौके पर आयोजित सभा में वक्ताओं ने कहा कि सचिन पायलट सर्व समाज के नेता हैं और ऐसे नेता के होर्डिंग पोस्टर फाड़ कर उन्हें जलाना निम्न मानसिकता का परिचायक है। सभा में आयोजकों ने कहा कि ऐसा करके कुछ लोग मसूदा में सामाजिक तनाव फैलाना चाहते हैं, इसलिए प्रशासन को तुरंत ऐसे लोगों की पहचान करके उनकी गिरफ्तारी करनी चाहिए ताकि किसी तरह की अशांति का वातावरण नहीं बन सके।
पुलिस जल्द से जल्द कार्रवाई करें
यहां हुई सभा में संग्राम सिंह गुर्जर ने कहा कि पिछले दिनों हुई घटना में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मसूदा विधानसभा क्षेत्र से आपसी भाईचारा को खत्म करने के लिए सोची समझी साजिश के तहत प्रदेश के नेता सचिन पायलट के लगे होर्डिंग व पोस्टर फाड़े गए। विधानसभा क्षेत्र में धार्मिक उन्माद फैलाने जैसे कार्य करने की साजिश की गई, लेकिन कांग्रेस के पदाधिकारी व नेता हमेशा आपसी भाईचारा से जीवन जीना जानते हैं। मसूदा प्रधान मीनू कंवर ने कहा कि जिन असामाजिक तत्वों द्वारा यह कार्य किया गया है, उनको पुलिस जल्द से जल्द गिरफ्तारी कर कार्रवाई करें । इस दौरान अवधेश पारीक, सरदारा काठात ,विजय सिंह धाबाई ने भी सभा को संबोधित किया। सभा मे पूर्व ब्लाक अध्यक्ष दौलत सिंह मेड़तिया ,वाजिद चिता, मसूदा ब्लॉक अध्यक्ष इकबाल मंसूरी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।