जयपुर। राजस्थान की खनिज संपदा के प्रति लोगों के उत्साह को साकार होते हुए JECC पर आयोजित स्टोनमार्ट में राज्य सरकार के माइंस एवं भूविज्ञान विभाग के पेवेलियन पर आसानी से देखा जा सकता है। देशी-विदेशी दर्शकों ने प्रदेश के डायमेंशनल स्टोन की बारीकी को समझने की कोशिश की वहीं खनिज संपदा की विपुलता और विस्तृत रेंज को देखकर दांतों तले अंगूली दबाएं बिना नहीं रहे। रेगिस्तान में विपुल खनिज संपदा और उसमें भी स्टोनमार्ट में प्रदर्शित गोल्ड के सेंपल को देखकर लोगों में गजब का उत्साह देखा गया।
राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि स्टोन मार्ट में विभागीय पेवेलियन में प्रदेश में खनन किए जा रहे सभी 57 खनिजों के सेंपल्स प्रदर्शित किए गए हैं। इसके साथ ही डायमेंशनल स्टोन की स्लेब्स भी प्रदर्शित करते हुए उनकी उपलब्धता की जानकारी दी जा रही है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि राज्य में मेटेलिक, नोनमेटेलिक और फर्टिलाइजर केमिकल खनिज का भण्डार उपलब्ध है। एक ही प्रदेश में इतने प्रकार के खनिजों की वेरायटी देखकर अन्य प्रदेशों और विदेशों से स्टोनमार्ट में हिस्सा लेने आये प्रतिभागी अचंभित है।
राजस्थान में उपलब्ध मेटेलिक यथा लेड, जिंक, कॉपर, गोल्ड, सिल्वर, मेगनीज, टंगस्टन आदि के सेंपल प्रदर्शित किए गए हैं। इसके साथ ही नोन मेटेलिक खनिजों में मारबल, क्वार्टज, फेल्सपार, डोलोमाइट, सेंड स्टोन, लाइमस्टोन, ग्रेनाइट, सिस्ट, सेलेनाइट, क्ले,डोलोमाइट, सोपस्टोन, एपेटाइट आदि आदि के सेंपल्स प्रदर्शित किए गए है तो फर्टिलाइजर केमिकल मिनरल्स में पोटाश, रॉकफास्फेट, जिप्सम और सेलेनाइट आदि प्रदर्शित किए गए है।
माइंस विभाग के पेवेलियन की खासबात यह है कि यहां वरिष्ठ अधिकारियों के दल द्वारा एक एक मिनरल की जानकारी दी जा रही है और उस मिनरल की उपलब्धता स्थान, संभावित डिपोजिट्स, क्वालिटी आदि की भी जानकारी दी जा रही है यही कारण है कि डिस्प्ले पेवेलियनों में माइंस विभाग के पेवेलियन में जानकारी लेने वालों की भीड़ उमड़ रही है। विभाग द्वारा अतिरिक्त निदेशक जियोलोजी एसएन डोडिया के नेतृत्व में आलोक जैन, संजय गोस्वामी, सुनील वर्मा, पूर्विया, अमिताभ जागावत, श्रवण लाल मीणा,मनोज साल्वी और एमई श्रीकृष्ण शर्मा की टीम देशी विदेशी बायरों व जिज्ञासुओं का समाधान कर रही है तो डिस्प्ले बोर्डस क द्वारा लोगों को सहज जानकारी उपलब्ध हो रही है। यही कारण है डिस्प्ले पेवेलियनों में माइंस डिपार्टमेंट के पेवेलियन पर लोगों की भीड़ उमड़ रही है। एक एक मिनरल की विस्तार से जानकारी प्राप्त की जा रही है। लोगों के लिए यह भी क्यूरेसिटी है कि रेगिस्तानी प्रदेश में मिनरल्स की इतनी वैरायटी कैसे है। संभवतः राजस्थान देश का अनोखा प्रदेश है जहां सभी तरह के मिनरल उपलब्ध है। माना जाता है कि प्रदेश में 82 प्रकार के मिनरल्स उपलब्ध है जिनमें से 57 प्रकार के मिनरल्स का खनन हो रहा है।