15 साल देश सेवा कर फौजी बना RAS

जयपुर : ये है सीकर जिले के अंकेश। अंकेश शर्मा की कहानी भी नेवी के जाबांज प्रमोद कुमार शर्मा से मिलती जुलती हैं। 15 साल देश सेवा की, रिटायर होते ही बड़ी बहन के पास रहकर की तैयारी और प्रथम प्रयास में ही एक्स सर्विस मैन कैटेगरी में 57वीं रैंक से सफलता हासिल कर ली।

पिता अशोक शर्मा बिजली बोर्ड में लेखाधिकारी थे। इसलिए थोई से परिवार सीकर में ही आ गया। यहां पर अंकेश ने विद्याभारती स्कूल से स्कूलिंग की और नेवी में चयन हो गया। ओपन से कॉलेज की पढ़ाई की। रिटायरमेंट से पहले बहन के कहने पर RAS प्री का एग्जाम दिया और बीच जनवरी 2019 में रिटायर हुए, जून 2019 में मैन एग्जाम था।

कोई कोचिंग नहीं की, बहन का योगदान

चार महीनों के लिए कोई कोचिंग देने वालों ने भी इनकार कर दिया। बड़ी बहन जयपुर में ही केंद्रीय स्कूल में टीचर है। उन्होंने अंकेश को अपने पास रखा और तैयारी के लिए गाइड किया। परिणाम आया तो अंकेश अपनी बड़ी बहन श्वेता शर्मा का आभार जताते नहीं थक रहा।

अंकेश का कहना है कि पहला प्रयास था। एक बार फिर RAS देने की इच्छा है जिससे टॉपर में शामिल हो सकू।
सोमालिया के लुटेरों से जहाज को बचाने वाले बहादुर नेवी में 15 साल की नौकरी में देशभर में घूम लिया। नेवी से पीटी अफसर से रिटायर होने से पहले सोमालिया के लुटेरों से जहाज को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका पर चीफ एयर कमांडर एक्टिविटी में सम्मानित हो चुके हैं। पत्नी उमा भी बीए बीएड और बडा भाई भी प्राइवेट स्कूल में पढ़ाता है। पांच साल की बेटी और आरएएस के एग्जाम देने के बाद बेटा हुआ है।

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नेवी के मानप्रकाश मिश्रा ने प्रथम प्रयास में की सफलता हासिल

मानप्रकाश मिश्रा s/o रामावतार मिश्रा निवासी आंतेला ने अपनी प्रारम्भिक पढाई गांव बड़नगर में रहकर पूरी की। पढ़ाई के दौरान इनका चयन इंडियन नेवी में मेडिकल ब्रांच में हो गया। वहां इंडियन नेवी में रहते हुए अपनी पढ़ाई इग्नू (IGNOU) में पूरी की। नेवी में रहते आरएएस का प्री पास किया तथा रिटायर होते ही सम्यक आईएएस से जुड़कर मात्र तीन माह की तैयारी में आरएएस-2018 में 53वीं रैंक (ESM)प्राप्त की। रिटायरमेंट के बाद ही नेट की परीक्षा जेआरएफ (99.89 परसेन्टाइल) के साथ पास कर वनस्थली विद्यापीठ से पीएचडी में अध्ययनरत मानप्रकाश वर्तमान में सेंट विल्फ्रेड पीजी कॉलेज मानसरोवर में अस्सिटेंट प्रोफेसर हिस्ट्री के पद पर कार्यरत है। अपनी इस सफलता का श्रेय माता-पिता के आशीर्वाद, इंडियन नेवी, सम्यक आईएएस के मार्गदर्शन तथा पत्नी पूजा मिश्रा के सहयोग को देते हैं।

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