जयपुर। परम शक्तिपीठ के तत्वावधान में वृंदावन की श्री सर्व मंगला पीठम् की स्थापना के निमित्त विद्याधरनगर सेक्टर सात के अग्रसेन पार्क के सामने हो रही दीदी मां साध्वी ऋतम्भरा की श्रीमद्भागवत कथा में रविवार को नंदोत्सव धूमधाम से मनाया गया। फूल, बांदरवाल, गुब्बारों औऱ दही से भरी मटकी से सजे कथा पांडाल में एक से बढ़कर बधाईगान हुआ।
नन्द घर आनंद भयो री जय जय कन्हैया लाल की…,झूले में झूले नन्दलाल…, नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की …. जैसे बधाई गान पर श्रोता भक्ति भाव से नाचने लगे। व्यासपीठ से दीदी मां साध्वी ऋतंभरा कहा कि जिस का ह्रदय हमेशा आनंदित रहता हो ऐसे नन्द बाबा और जो हमेशा दूसरों को यश देती हो ऐसे यशोदा के घर में कान्हा अवश्य आते हैं।
कृष्ण की बाल लीलाओं का श्रवण करवाते हुए साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि माखन चुराने की लीला वस्तुतःचित्त चुराने की लीला है। हमारी चित्र वृत्तिया निर्मल हो जाएं ताकि हम महारास में प्रवेश कर सके इसीलिए बाल लीलाओं का विधान किया गया है। नटखट नन्दकिशोर माखन खा गयो माखनचोर… भजन पर कन्हैया की बाल गोपाल की टोली ने नृत्य कर सबका मन मोह लिया। गोवर्धन प्रसंग में साध्वी ऋतंभरा में कहा कि भगवान कृष्ण गोपालक हैं। उनके पिता के घर में एक लाख से अधिक गाय थी, इसीलिए वह नंद कहलाए । आज गाय पॉलिथीन खा कर मर रही है , यह हमारा दुर्भाग्य है।। गौशाला गाय का घर नहीं। गाय तो किसान के खूंटे पर ही अच्छी लगती है। साध्वी ऋतंभरा ने इस अवसर पर गायों को बचाने और कसाइयों को नहीं बेचने का करुण स्वर में आह्वान भी किया ।
प्रारंभ में कथा के मुख्य यजमान शिव कुमार मोदी ने व्यासपीठ का पूजन कर आरती उतारी। शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज,सरस निकुंज के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया, दक्षिण मुखी बालाजी मंदिर के स्वामी बालमुकुंदाचार्य, पूर्व विधायक मोहनलाल गुप्ता, पूर्व विधायक सुरेंद्र पारीक सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भी कथा श्रवण किया। कार्यक्रम संयोजक सौरभ गोयल ने बताया कि सोमवार को सुबह 9 बजे गुरू दीक्षा का कार्यक्रम होगा। कथा में रुक्मिणी मंगल प्रसंग पर प्रवचन होंगे।