जयपुर : प्रदेश में पिछले एक साल में हुई भर्ती परीक्षाओं में धांधली, नकल और पेपर आउट के 100 से ज्यादा मामलों पर सियासत गरमा गई है। राजस्थान विधानससभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने ट्वीट कर आरोप लगाया है कि प्रदेश में पनप रहे नकल माफिया और उनके संगठित गिरोह के जरिए परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होना सरकार और उनके गठजोड़ की कहानी को खुद ही बयां कर रहा है।
राठौड़ ने कहा है कि परीक्षा, परीक्षार्थी और परिश्रम तीनों के साथ कांग्रेस सरकार ने छल किया है। उन्होंने लिखा है कि राजस्थान आज भर्ती परीक्षाओं का सबसे बड़ा नकल गिरोह बन चुका है। पिछले एक साल में प्रदेश की सरकार ने 8 ऐसी परीक्षाएं की हैं, जिसमें करीब 60 लाख से ज्यादा अभ्यार्थी बैठे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाली कांग्रेस सरकार पेपर लीक के मामलों में कई बार सच सामने आने पर भी हमेशा मौन रही है।
राजेन्द्र राठौड़ ने अपने ट्वीट में एक अख़बार की खबर का हवाला भी दिया। जिसमें बताया गया है कि पिछले एक साल में 8 बड़ी भर्ती परीक्षाएं हुईं। जिनमें 6 परीक्षाओं में या तो पेपर लीक हुए या फिर डमी कैंडिडेट पकड़े गए। 100 से ज्यादा लोग इस मामले में गिरफ्तार हुए। हाल ही में हुई VDO परीक्षा में भी करीब 3 से ज्यादा डमी कैंडिडेट पकड़े गए। सिरोही से नकल और पेपर लीक के शक में तीन को गिरफ्तार किया गया। VDO, REET, SI, कृषि पर्यवेक्षक, पटवारी, नीट, जेईएन परीक्षाओं में नकल, धांधली, अनियमितताओं के मामले उजागर हुए। सरकार और बोर्ड या आयोग मानने को तैयार नहीं हुए कि पेपर लीक हुआ। रीट परीक्षा भी ताजा उदाहरण है जब पुलिसकर्मी ने पेपर परीक्षा से डेढ़ घंटे पहले वायरल कर दिया था।