जयपुर: राजस्थान संविदा नर्सेज एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरीश शर्मा ने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी में सरकार के द्वारा संविदा पर लगाए गए नर्सिंग कर्मचारी ,पैरामेडिकल कर्मचारी, कंप्यूटर ऑपरेटर, लैब टेक्नीशियन जिन्होंने अल्प वेतन में अपनी जान जोखिम में डालकर कार्य किया। आज सरकार ने उनको एक आदेश के साथ ही कार्यमुक्त कर दिया है।
शर्मा ने बताया कि सरकार के आव्हान पर नर्सेज कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वैश्विक महामारी में कार्य किया। लेकिन आज जब स्थिति सामान्य हुई तो सारे कर्मचारियों को एक आदेश के साथ ही 31 मार्च तक कार्यमुक्त करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। जिसके कारण कर्मचारी अत्यंत मानसिक रूप से प्रताड़ित हो चुके हैं और हजारों की संख्या में युवा बेरोजगार हो चुके हैं। जबकि आज भी राजस्थान में हजारों की संख्या नर्सेज के पद खाली है। सरकार से बार-बार गुजारिश के बाद भी अभी तक कोई निरस्त के कोई भी आदेश जारी नहीं किए हैं। जिसके कारण हजारों की संख्या में अभ्यर्थियों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
आज राजस्थान संविदा नर्सेज एसोसिएशन के बैनर तले कर्मचारियों ने घोषणा की कि अगर 31 मार्च तक सरकार निरस्त के आदेश वापस नहीं लेती है तो 1 अप्रैल से स्वास्थ्य भवन का घेराव कर आमरण अनशन की शुरुआत की जाएगी।