कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली : राहुल गांधी बोले- मैं हिंदू हूं, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं

कांग्रेस की महंगाई हटाओ रैली : राहुल गांधी बोले- मैं हिंदू हूं, लेकिन हिंदुत्ववादी नहीं हूं

जयपुर: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जयपुर में कांग्रेस की राष्ट्रीय रैली में मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि पूरा देश चार-पांच उद्योगों के हाथ में है। हर संस्थान एक संगठन के हाथ में है। मंत्रियों के ऑफिस में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के ओएसडी हैं। देश को जनता नहीं चला रही है, तीन-चार पूंजीपति चला रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री उनके काम कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि दो शब्दों का एक मतलब नहीं हाे सकता। हर शब्द का अलग मतलब होता है। देश की राजनीति में आज दो शब्दों के मतलब अलग हैं। एक शब्द हिन्दू दूसरा शब्द हिन्दुत्ववादी। ये एक चीज नहीं है, ये दो अलग शब्द हैं और इनका मतलब बिल्कुल अलग है। मैं हिन्दू हूं लेकिन हिन्दुत्ववादी नहीं हूं। महात्मा गांधी हिंदू थे और नाथूराम गोडसे हिंदुत्ववादी थे।

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हिन्दू, गोडसे हिन्दुत्ववादी, फर्क क्या होता है। चाहे कुछ भी हो जाए, हिन्दू सत्य को ढूंढता है। मर जाए, कट जाए हिन्दू सच को ढूंढता है। उसका रास्ता सत्य रहा। पूरी जिन्दगी वो सच को ढूंढने में निकाल देता है। जबकि हिंदुत्ववादी पूरी जिंदगी सत्ता को ढूंढने और सत्ता पाने में निकाल देता है। वह सत्ता के लिए किसी को भी मार देगा। हिंदू का रास्ता सत्याग्रह होता है और हिंदुत्ववादी का रास्ता सत्ताग्रह होता है।

राहुल ने कहा कि 700 किसान शहीद हुए, यहां हमने दो मिनट मौन रखा, संसद में मौन रखने नहीं दिया। चन्नी जी से पूछिए, चार सौ किसानों को पंजाब की सरकार ने 5 लाख रुपए दिए। उनमें से 152 को रोजगार दिला दिया है, बाकी को देने जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने पीछे से छुरा घोंपा है। आगे से नहीं पीछे से छुरा मारा। हिन्दुत्वादी हैं इसलिए पीछे से छुरा मारा। हिंदू आगे से मारता है, पीछे से नहीं मारता।

उन्होंने उद्योगपतियों को रियायत देने को लेकर भी मोदी पर तंज कसा। देश गरीबों, किसानों, छोटे दुकानदारों का है, ये ही लोग इस देश को रोजगार दे सकते हैं। अडानी अंबानी की जगह है लेकिन वो रोजगार पैदा नहीं कर सकते। रोजगार छोटे बिजनेस वाले, किसान पैदा कर सकते हैं।

रैली में प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार और भाजपा की रीति-नीति पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जनता के लिए काम नहीं कर रही है। यह सिर्फ गिने, चुने उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। केंद्र की सरकार झूठ, लालच और लूट वाली सरकार है। गोवा में एक उद्योगपति के कोयल को इधर से उधर ले जाने के लिए लोगों की मर्जी के खिलाफ सड़क बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी पर्यटन में व्यस्त है। उन्होंने दुनिया घूम ली, लेकिन दिल्ली में किसानों से बातचीत करने नहीं जा पाए। भाजपा कहती है कि 70 साल में कुछ नहीं हुआ। मैं चुनौती देती हूं कि एक कोई संस्थान ऐसा बता दे, जो शिक्षा के लिए भाजपा ने इन सात सालों में बनाया है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तमाम राज्य सरकारें वित्तीय संकट में हैं, केंद्र चुप है। विकास होगा राज्य सरकारें करेंगी। संकट आएगा, राज्य पार पा सकते हैं। कोरोना का संकट आया, राजस्थान सिरमौर रहा। नरेंद्र मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो मुख्यमंत्री के पत्र का जवाब नहीं देते हैं। यह सरकार घमंड से चल रही है।

 

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