जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि क्राइम राजस्थान ही नहीं पूरे देश में हो रहे हैं, लेकिन राजस्थान को बदनाम करने का षडयंत्र चल रहा है। भारत के कुल झूठे मुकदमों में 37 फीसदी राजस्थान के हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध के 2019 में 45.88 फीसदी मामले झूठे पाए गए। 2020 में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 45.23 फीसदी और 2021 में 47 फीसदी एफआईआर झूठी पाई गई। गहलोत सरकार के तीन साल के मौके पर योजनाओं के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा- राजस्थान में महिलाओ के खिलाफ अपराध की मॉनिटरिंग के लिए अलग से सेल बनाई गई है, थाने में हर फरियादी की एफआईआर लिखना अनिवार्य किया है, इस वजह से आंकड़े बढ रहे हैं। थाने में आने वाले फरियादी की एफआईआर अनिवार्य करने के बाद रेप किे केस के 15 फीसदी मामलों की ही कोर्ट के आदेश पर एफआईआर होती है पहले यह आंकड़ा 33 फीसदी का थ।
थाने में फरियादी की एफआईआर अनिवार्य करने के बाद आंकड़े बढ़ेंगे लेकिन इससे लोगों को न्याय मिलेगा। एफआईआर अनिवार्य करने से आंकड़े बढ़ने की चिंता नहीं करनी है।
गहलोत ने कहा- जब तक प्राइवेट सैक्टर में नौकरी नहीं देंगे देगें, तब तक बेरोजगारी दूर नहीं कर सकते।