सीएम गहलोत 16 को सीडब्ल्यूसी की बैठक में भाग लेने जा सकते हैं दिल्ली

CM Gehlot may go to Delhi to attend CWC meeting on 16th | सीएम गहलोत 16 को सीडब्ल्यूसी की बैठक में भाग लेने जा सकते हैं दिल्ली

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का 16 अक्टूबर को दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। गहलोत का कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने दिल्ली जाएंगे। इस साल गहलोत का यह दूसरा दिल्ली दौरा होगा। इससे पहले गहलोत 27 फरवरी को दिल्ली गए थे। गहलोत कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य नहीं हैं, लेकिन अब तक की बैठकों में कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री शामिल होते रहे हैं, इसलिए मुख्यमंत्री के तौर पर वे बैठक में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दिल्ली दौरे की सियासी हलकों में अभी से चर्चाएं हैं। गहलोत के दिल्ली दौरे से सरकार और संगठन में होने वाले बदलावों का सीधा संबंध हैं। लंबे समय से अटके मंत्रिमंडल फेरबदल, राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर हाईकमान से चर्चा हो सकती है। गहलोत की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात होने पर इन लंबित मुद्दों को हरी झंडी मिलने के पूरे आसार हैं। दिल्ली दौरे में गहलोत संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रभारी अजय माकन सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं से मिल सकते हैं। गहलोत के हाईकमान से चर्चा के बाद मंत्रिमंडल फेरबदल का रास्ता साफ होने के आसार हैं।

राजस्थान में सचिन पायलट खेमा लंबे समय से मंत्रिमंडल फेरबदल की मांग कर रहा है। बसपा से कांग्रेस में आने वाले विधायकों के अलावा गहलोत के खेमे के दूसरे विधायक भी मंत्रिमंडल विस्तार, राजनीतिक नियुक्तियां करने की मांग उठाते रहते हैं। प्रदेश प्रभारी अजय माकन कई बार डेडलाइन दे चुके, लेकिन अब तक न ​मंत्रिमंडल फेरबदल हुआ और न ही राजनीतिक नियुक्तियों और संगठन विस्तार पर काम आगे बढ़ा। अब गहलोत की दिल्ली यात्रा का कार्यक्रम बनने के बाद एक बार फिर सियासी चर्चाएं शुरू हुई हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना काल से पहले हर महीने दो से तीन बार दिल्ली जाते थे, लेकिन कोरोना काल में यह सिलसिला रुक गया। 7 महीने बाद ही दिल्ली दौरा होगा। गहलोत का 27 अगस्त को भी दिल्ली दौरे पर जाने का कार्यक्रम था, लेकिन उस दिन हार्ट में ब्लॉकेज आने से अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। उनकी एंजियोप्लास्टी होने के कारण दौरा टल गया था। पिछले 20 महीने से गहलोत के दिल्ली दौरों पर जिस तरह ब्रेक लगा है, उसकी सियासी हलकों में चर्चाएं होती रहती हैं।

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