जयपुर: योजना भवन के डीओआईटी विभाग में शुक्रवार को 2.31 करोड़ और 1 किलो सोना मिलने के बाद राज्य के सियासी और अफसरशाही गलियारों में हड़कंप मचने के बाद पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है। योजना भवन के संयुक्त निदेशक वेदप्रकाश यादव को पुलिस ने आज हिरासत में ले लिया है। करोड़ों की नकदी मिलने के मामले में उन्हें संदिग्ध मानते हुए पूछताछ की गई है। बताया जा रहा है कि ये पैसा और सोना रिश्वत का हो सकता है।
योजना भवन में सरकार के महत्वपूर्ण IT विभागों के ऑफिस हैं। सरकारी विभाग की अलमारी से करोड़ों की नकदी और सोना मिलने की घटनाक्रम ने सुरक्षा व्यवस्था की खामियों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। इस केस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि UID से जुड़ा एक अफसर इस घटनाक्रम में शक के दायरे में है।
क्या है योजना भवन का यह मामला
बता दे कि, कल योजना भवन में पड़ी फाइलों को कम्यूटराइज्ड करने के अभियान चलाने के दौरान भवन के बेसमेंट में 2 संदिग्ध अलमारियों की चाबी नहीं मिलने के बाद जब इन अलमारियों के ताले तुड़वाए गए तो वहां एक अलमारी में रखी एक ट्रॉली-सूटकेस में 2000 और 500 के नोटों के साथ 2.31 करोड़ की नकदी के साथ 1 किलो सोना पुलिस ने बरामद किया था।
जिसके बाद देर रात 11 बजे पुलिस कमिश्नर और मुख्य सचिव ने एक प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुलासा किया। पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि अल्मारी से 2 करोड़ 31 लाख कैश मिला है जिसकी जांच की जा रही है।
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