जयपुर : पंचायती राज चुनावों के नतीजों और यूपी में किसान रैली को लेकर सीएम अशोक गहलोत ने भाजपा पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर की किसान महापंचायत में उमड़ी किसानों की भारी भीड़ दिखाती है कि उत्तर प्रदेश और देश का किसान भाजपा से त्रस्त हो चुका है। गहलोत बोले कि राजस्थान में कल आए पंचायतीराज के नतीजों से साफ हो गया है कि किसानों में भाजपा के खिलाफ भारी नाराजगी है और वो भाजपा को सबक सिखाने के मूड में हैं। वही इस पर पलटवार करते हुए उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि शायद मुख्यमंत्री की गणित कमजोर है, इसलिए कांग्रेस की हार में भी उनको जीत नजर आती है। सरकारी तंत्र का गलत इस्तेमाल कर दूसरे चरण में भाजपा से मामूली बढ़त व कुल हुए मतदान में मात्र 35.2 प्रतिश मत लेकर कांग्रेस का यह छद्म अभियान ज्यादा टिकने वाला नहीं है।
पहले 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वादा एवं अब किसानों को विश्वास में लिए बिना किसान विरोधी कृषि कानून थोपकर खेती को बड़े व्यापारियों के हवाले करने के प्रयास को किसान पूरी तरह पहचान चुके हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) September 5, 2021
पहले आय दोगुनी का झूठा वादा, अब कृषि कानून थोपे
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि पहले 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का झूठा वादा एवं अब किसानों को विश्वास में लिए बिना किसान विरोधी कृषि कानून थोपकर खेती को बड़े व्यापारियों के हवाले करने के प्रयास को किसान पूरी तरह पहचान चुके हैं। एनडीए सरकार की किसानों के प्रति सोच जगजाहिर है। समय आने पर देश के किसान भाजपा को सबक सिखाने में पीछे नहीं रहेंगे।
प्रदेश में डेढ़ वर्ष से लगातार विभिन्न चरणों में चल रहे पंचायत राज चुनावों के नतीजों के आंकड़े को झुठलाया नहीं जा सकता।अब तक BJP के 14 जिला प्रमुख व 2 चरणों में से पहले चरण में 443 जिला परिषद सदस्य, दूसरे चरण में 90 जिला परिषद सदस्य यानी कुल 533 जिला परिषद सदस्यों ने जीत हासिल की
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) September 5, 2021
मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी द्वारा केन्द्र सरकार पर झूठे वादों का आरोप लगाने से पहले अपने जन घोषणा पत्र में किए गए वादे किसानों का संपूर्ण कर्जमाफी, 5 वर्ष में विद्युत दरें नहीं बढ़ाने, बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने जैसे अनेकों वादों को याद कर लेते तो उचित होता।
— Rajendra Rathore (@Rajendra4BJP) September 5, 2021
वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में डेढ़ वर्ष से लगातार अलग-अलग चरणों में चल रहे पंचायतीराज चुनावों के नतीजों के आंकड़े को तो झुठलाया नहीं जा सकता। अब तक भाजपा के 14 जिला प्रमुख बने हैं। पहले चरण में भाजपा के 443 और दूसरे चरण में 90 जिला परिषद सदस्य यानी कुल 533 जिला परिषद सदस्यों ने विजय हासिल की है। वहीं कांग्रेस के मात्र 5 जिला प्रमुख व पहले चरण में 352 व दूसरे चरण में 99 जिला परिषद सदस्य यानी कुल 451 सदस्य जीते हैं।