जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अगली बार सरकार बनने पर खुद के मुख्यमंत्री और शांति धारीवाल को चौथी बार यूडीएच मंत्री बनाने वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया आ रही है। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने इस बयान पर सवाल खड़े किए हैं। सचिन पायलट के समर्थक प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र चौधरी ने कहा कि कांग्रेस में परंपरा रही है कि निर्वाचित विधायक दल की बैठक में नेता का फैसला होता है। विधायक दल या तो एक व्यक्ति के पक्ष में राय देता है या फिर फैसला हाईकमान पर भी छोड़ देता है। मुख्यमंत्री कौन होगा? यह तय करने का अधिकार विधायक दल को होता है। अशोक गहलोत चुनाव से पहले अगले मुख्यमंत्री की घोषणा करने वाले कौन होते हैं?
अशोक गहलोत हदेवजी (भगवान) हो गए क्या?
राजेंद्र चौधरी ने कहा कि हमारे यहां जोधपुर में तो लोग मुख्यमंत्री का बयान सुनने के बाद कहने लग गए हैं कि अशोक गहलोतजी हदेवजी (भगवान) हो गए क्या? आगे की बात तो भगवान को ही पता होती है। तभी तो खुद अगला मुख्यमंत्री बनने जैसी बात भी कर रहे हैं। गहलोत के 15-20 साल कुछ नहीं बिगड़ने वाले बयान पर राजेंद्र चौधरी ने कहा कि हम तो चाहते हैं, भगवान उन्हें 100 साल से भी लंबी उम्र दें। 15-20 साल ही क्यों, वे हमेशा स्वस्थ रहें।
राजेंद्र चौधरी इससे पहले भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलावर रहे हैं। पिछले दिनों राजेंद्र चौधरी ने राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन की पैरवी करते हुए सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की थी। राजेंद्र चौधरी के बयान से यह साफ हो चुका है कि कांग्रेस में सिंबॉलिक तौर पर नेता भले ही एकजुटता दिखाएं, लेकिन खींचतान खत्म होने के आसार कम ही हैंं।