जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अग्निपथ और उदयपुर की घटना को लेकर पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अग्निपथ इस साल का सबसे बड़ा मजाक होगा। चार साल की नौकरी और उसके बाद घर बैठ जाओ। जवान के को 22 साल में ही रिटायर कर दिया जाएगा, अब दो साल बढ़ाकर 24 साल किया है। उन्होंने कहा कि संसद में आजकल बहस होती नहीं, किसी को बोलने नहीं दिया जा रहा। नौजवानों को धमकी अलग दे दी कि विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस केस हो गया तो अग्निवीर में नौकरी नहीं देंगे। गहलोत सोमवार को बिरला ऑडिटोरियम में सिविल सोसाइटीज के साथ बजट पर वर्कशॉप में बोले रहे थे।
अन्ना हजारे गायब हो गए
सीएम गहलोत ने कहा कि यूपीए सरकार के बदनाम किया गया। लोकपाल की बात हो रही थी, कहां गया लोकपाल। अन्ना हजारे आज खुद गायब हो गए, आंतक मचा रखा था वो पता नहीं कहां चले गए। सरकार बनते ही मोदी जी ने कालेधन पर कमेटी बनाई, आठ साल से उसका पता नहीं क्या हुआ? कोलगेट, टू जी सब मुद्दे कहां गए किसी को पता नहीं लगा। उन्होंने कहा कि डेमाक्रेसी तो है नहीं, धर्म-जाति के नाम पर भड़का दो, यह हो रहा है। कब तक आप धर्म के नाम पर राजनीति करोगे, लोगों के पेट में अनाज जाएगा तब भूख मिटेगी, एक दिन तो असली मुद्दों पर लौटना पड़ेगा। देश में महंगाई और बेरोजगारी से हाहाकार मचा हुआ है।
पीएम ने शांति की अपील नहीं की
गहलोत ने कहा- उदयपुर में कन्हैयालाल के मर्डर के बाद देश प्रदेश में बड़े स्तर पर दंगे भड़क सकते थे, लेकिन हमने हालात पर नियंत्रण किया, मैं खुद उदयपुर चला गया,विश्वास बहाली की। इस माहौल में मैंने पीएम से कहा कि एक आप शांति और भाईचारा कायम करने के लिए अपील कीजिए लेकिन उन्होंने नहीं सुनी। कोरोना में ताली थाली बजाने की अपील की, अब शांति की अपील कर दीजिए। आपने जो रास्ता अपनाया है उसमें आपकी बात लोग मानेंगे। आपने तय किर लिया है कि खुले रूप में धर्म की राजनीति करनी है तो कम से यह तो कह दीजिए कि हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।