कोटा : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां कोटा दौरे पर आए। यहां पर उन्होंने पूर्व महाराव बृजराज सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की। इसके बाद उम्मेद भवन में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कांग्रेस पर जमकर तीखे प्रहार किए। सतीश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नकल करती है। कट, कॉपी व पेस्ट करती है, लेकिन इसमें भी अकल की जरूरत होती है। जिस तरह से दिखावे के तौर पर सदन चलाने के लिए कांग्रेस पार्टी विधायकों का कैंप कर रही है, उनकी अभी ब्लॉक और जिले की भी कार्यकारिणी भी बनी है। पहले वह हमें नसीहत देते थे, लेकिन उन्हें भाजपा नकल करने के लिए सात जन्म लेने पड़ेंगे। यह भारतीय जनता पार्टी के जूते के बराबर भी नहीं है।
जिस तरह से कांग्रेस पार्टी का संगठन चलता है। कांग्रेस वोट बैंक, पंत और मजहब की राजनीति कई सालों से करती आ रही है। संगठन के नाम पर केवल ढकोसला होता है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के इस बयान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं हाडौती विकास मोर्चा के संभागीय अध्यक्ष राजेंद्र सांखला के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बड़गांव के पास सतीश पूनियां की गाड़ी का घेराव किया और उन्हें काले झंडे दिखाए।
कांग्रेस को चिंतन की जगह चिंता की जरूरत पड़ रही
सतीश पूनियां ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को चिंता है कि कांग्रेस के ही विधायक भरत सिंह कभी पत्र लिख देंगे। कभी राम नारायण मीणा विधानसभा में सरकार के खिलाफ मुद्दा उठा देंगे। कुछ मुद्दे दीपेंद्र सिंह शेखावत उठा देंगे। हालांकि, हेमाराम अब सरकार में मंत्री बन गए हैं, लेकिन वह सरकार के खिलाफ धरने पर बैठ गए थे। एक लंबी फेहरिस्त ऐसे विधायकों की है। इसलिए उन्हें चिंतन की जगह चिंता की जरूरत पड़ रही है।
आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया घेराव
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को कोटा प्रवास से वापस लौटते वक्त बूंदी में तालेड़ा के पास कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काले झण्डे दिखाए। पूनियां की गाड़ी को 250-300 कांग्रेस से जुड़े कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। काफी देर तक पूनियां को काले झण्डे और काले कपड़े दिखाकर उनकी गाड़ी को भी मुक्के मारे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सतीश पूनिया मुर्दाबाद, बीजेपी हो बर्बाद और शांति धारीवाल जिन्दाबाद के नारे लगाए। इस घटना में काफी देर तक पूनियां की गाड़ी को युवाओं ने घेरे रखा।
दोषियों को करें गिरफ्तार
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने पूनियां की गाड़ी पर हमले की निन्दा की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा है कि हर आदमी को विरोध दर्ज कराने का अधिकार है। लेकिन कानून को हाथ में लेकर इस तरह का हमला करना किसी भी नजरिए से न्यायोचित नहीं है। राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष और विधायक की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की भी होती है। भविष्य में उनका कभी भी प्रवास हो, तो उनकी सुरक्षा व्यवस्था की जाए। जिन लोगों ने कानून हाथ में लिया है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
वही, बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने आरोप लगाया कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां की गाड़ी को बूंदी के बड़गांव के पास एक ढाबे पर करीब 250-300 कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने घेर लिया और पत्थरबाजी की। उन्होंने कहा कांग्रेस शासन में इस हमले की प्रदेश बीजेपी कड़ी निंदा करती है। लोकतंत्र में इस तरह की घटना की कोई जगह नहीं है। प्रदेश के हालात बिगड़े हुए हैं। जंगलराज बन गया है और कानून का राज नहीं है। राजस्थान सरकार को तुरंत दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा जिस तरह शांति धारीवाल जिन्दाबाद के नारे लग रहे थे। उससे लगता है कि सरकार के इशारे पर यह सब हुआ है।
गृहमंत्री पद से मांगा इस्तीफा
बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री अलका गुर्जर ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पर हमला निश्चित तौर पर राजस्थान के लिए शर्मनाक है। दोनों पार्टियों में वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। लेकिन इस तरह की घटना की बीजेपी निन्दा करती है। मुख्यमंत्री खुद गृहमंत्री हैं,उन्हें इस पद से इस्तीफा देना चाहिए। अलका गुर्जर ने कहा कम से कम दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई जरूर करनी चाहिए।