जयपुर। फोन टेपिंग मामले में सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी को दिल्ली क्राइम ब्रांच का नोटिस मिलने और जोशी के नहीं जाने पर कांग्रेस-बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोपों का एक नया ट्रेंड शुरू हो गया हैं। कांग्रेस जहां अपनी रणनीति के तहत केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह के खिलाफ हमलावर हो गई। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में महेश जोशी की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं ने गजेंद्र सिंह को भगौड़ा बताते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी तक कर डाली।
जनता की नजर में भगौड़े
कार्यकर्ताओं की नारेबाजी खत्म होते ही सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने भी केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर निशाना साधते हुए उन्हें भगौड़ा कहा। जोशी ने कहा- पुलिस गजेंद्र सिंह को भगौड़ा घोषित करे न करे लेकिन जनता की निगाह में भगौड़े हैं। विधायक खरीद फरोख्त मामले में सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो के आधार पर मैंंने एसीबी में केस किया था। उस वायरल ऑडियो में आवाज गजेंद्र सिंह की है, गजेंद्र सिंह वॉयस सैंपल देने क्यों नहीं जा रहे हैं, वे भगौड़े हैं।
कांग्रेस पूरी तरह पापकर्म में डूबी
महेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री को भगौड़ा कहा तो बदले में बीजेपी ने करारा पलटवार किया। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ.सतीश पूनिया ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस पूरी तरह पापकर्म में डूबी, आदमी जब अपशब्दों का इस्तेमाल तभी करता है जब वह चोर हो।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री के खिलाफ नारेबाजी निंदनीय है। इस देश में कांग्रेस के नेता भगौड़े रहे हैं। कांग्रेस की भूमिका अंग्रेजों के वक्त से भगौड़े की रही। उन्होंने नारे शायद इसलिए लगाए होंगे कि उन्हें पुरखों की याद आ गई। नारे लगाने से कोई भगौड़ा हो जाएगा क्या। आदमी जब इतना विचलित होकर अपशब्दों का इस्तेमाल करता है तो कहीं न कहीं उसके मन में पाप है, उनकी गलती पकड़ी जा रही है। वे चोर हैं। राजस्थान में फोन टेपिंग और जासूसी साबित है।