जयपुर। समूह की बैठक से पहले ही निर्दलीय एक-एक करके अपना राग अलापने लग गए। निर्दलीय रामकेश मीणा ने तो पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर जातीय राजनीति के गंभीर आरोप तक लगा डाले। रामकेश मीणा बोले- सचिन पायलट बाहरी नेता वे राजस्थान में क्या मांगते हैं? जबकि दूसरे निर्दलीय ओमप्रकाश हुड़ला ने मंत्रिमण्डल विस्तार के समय को ही उचित नहीं बताया।
पायलट करते है जातीय राजनीति, फैला रहे वैमनस्यता
गंगापुरसिटी से निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को लपेटते हुए कहा कि पायलट जातीय राजनीति कर रहे है जो ठीक नहीं है। इससे जातीय वैमनस्यता को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को भी ऐसे नेता को बढ़ावा देने से रोकना चाहिए।
पायलट नहीं होते तो कांग्रेस को 30 सीटें ज्यादा मिलती
मीणा का ये भी आरोप था कि जातीय वैमनस्यता के कारण पायलट ने ही उनका टिकट काटा। ऐसे लोगों को स्टार बताया जा रहा है ,इससे तो पार्टी का ही नुकसान होगा। रामकेश यहीं नहीं रूके और बोले- वो आज मुख्यमंत्री बनने की बात करते हैं। सबसे ज्यादा नुकसान तो पायलट ने ही किया है। पायलट नहीं होते तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 30 सीट ज्यादा मिलती।
गहलोत ही एकमात्र व्यक्ति जो कांग्रेस को जिन्दा रख सकते हैं
विधायक रामकेश मीणा ने बताया कि बैठक कल राजधानी जयपुर में होटल अशोक में शाम पांच बजे होगी. मीणा ने कहा कि हमारा कोई विशेष एजेंडा नहीं है. प्रदेश में जो सियासी घटनाक्रम चल रहा है उस पर चर्चा की जायेगी. बकौल मीणा मैं गहलोत के साथ था, साथ हूं और रहूंगा। मीणा ने दावा किया कि राजस्थान में गहलोत ही एकमात्र व्यक्ति हैं जो कांग्रेस को जिन्दा रख सकते हैं। हम ज्यादातर निर्दलीय विधायक कांग्रेस पृष्ठभूमि के हैं। विधानसभा चुनाव में हमारे टिकट जानबूझकर काटे गए थे।
मंत्री पद नहीं मान-सम्मान चाहिए
मीणा यहीं नहीं थमे और कहा कि विधानसभा चुनाव में मेरा टिकट काटकर सिंगापुर से लौटे व्यक्ति को टिकट दे दिया था। मंत्रिमंडल विस्तार मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। प्रदेश में जिस तरह की परिस्थितियां बनाई जा रही है उससे वे सहमत नहीं हूं। सियासी संकट में हम लोग सरकार के साथ रहे। हम लोगों का मान-सम्मान रहना चाहिए। हम मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी के लिए दबाव नहीं बना रहे हैं।
हुडला बोले अभी मंत्रिमंडल विस्तार का सही समय नहीं
वहीं निर्दलीय विधायक ओपी हुडला ने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने काम किया है वह काबिले तारीफ है। यह समय कोरोना से जंग लडऩे का है। अभी मंत्रिमंडल विस्तार का सही समय नहीं है। डब्ल्यूएचओ ने भी तीसरी लहर की आशंका जताई है। ऐसे में सभी विधायक मेडिकल सुविधाओं पर ध्यान केंद्रित करें। पहले भाजपा में बसुंधरा राजे के साथ फिर पायलट और अब हुड़ला इन दिनों 13 निर्दलीय विधायकों के खेमे में गहलोत के समर्थन में खड़े हैं।